
Publish Date: | Sat, 20 Nov 2021 11:50 PM (IST)
धमतरी। खरीफ धान फसल की कटाई-मिंजाई शुरू होने के बाद से ग्रामीण अंचल में बारदाना की किल्लत शुरू हो गई है। जरूरतमंद किसान शहर से बारदाना खरीदकर ले जा रहे हैं। ज्यादातर किसान अपने धान को घरों के भीतर रखे हुए हैं, लेकिन समर्थन मूल्य पर धान बिक्री के समय उन्हें किराए पर बारदाना ले जाना पड़ेगा। खरीफ सीजन की तैयार धान फसल की कटाई-मिंजाई शुरू हुए करीब माहभार होने को है। ज्यादातर किसान उत्पादित धान को अपने घरों में उपलब्ध बारदाना व कोठियों में भरकर रखे हुए हैं। किसानों के पास अतिरिक्त बारदाना उपलब्ध नहीं है, ऐसे में छोटे व मध्यम किसानों की दिक्कत बढ़ गई है। छोटे, मध्यम और बड़े किसानों से बारदाना मांगकर काम चलाते हैं। पहले की तरह अब राशन दुकानों से बारदाना बिकना बंद हो गया है। चावल बारदाना में सीधे नहीं दिया जा रहा है। वहीं घरों में उपलब्ध बारदानों को चूहों ने काटकर बर्बाद कर दिया है, ऐसे में किसानों के पास पर्याप्त बारदाना उपलब्ध नहीं है। धान कटाई-मिंजाई के बाद किसान अपने उत्पादित धान फसल को खुले में रखे हुए है। समर्थन मूल्य में धान बेचने बारदाना से ले जाने के लिए अब किसान बारदाना खरीदने शहर पहुंच रहे हैं। 19 नवंबर को गुरूर ब्लाक के ग्राम भानपुरी निवासी टेमन लाल साहू और रवि कुमार बारदाना खरीदने धमतरी पहुंचे हुए थे। किसानों ने बताया कि इस साल बारदाना की काफी किल्लत गांवों में बनी हुई है। कोचियों के पास भी बारदाना उपलब्ध नहीं है। गांव में किराये पर भी बारदाना नहीं मिल रहा है, ऐसे में किसानों को बारदाना खरीदना पड़ रहा है। बारदाना व्यवसायियों से उन्होंने प्रति नग बारदाना 35 से 40 रुपये में खरीदे हैं, जो उन्हें काफी महंगा पड़ रहा है। बारदाना दो साल के भीतर खराब हो जाता है, ऐसे में बारदाना के दाम काफी बढ़ गए हैं। पहले किसानों को गांवों में संचालित राशन दुकानों से 10 से 15 रुपये में मिल जाता था, लेकिन अब बिक्री बंद होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने के बाद कई किसान प्रतिदिन दो रुपये किराये पर भी बारदाना खरीदने मजबूर होते हैं। उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कुल 22000 गठान बारदाना की जरूरत है।
Posted By: Nai Dunia News Network