
निगम की श्रद्धांजलि योजना का हाल-बेहाल है। इस योजना में बीपीएल परिवारों में मौत हो जाने पर अंतिम संस्कार के लिए दो हजार रुपए की सहायता नहीं मिल पा रही है। ये पैसे लकड़ी खरीदने के लिए निगम को तत्काल देना है। चार महीने से ज्यादा हो गए परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया लेकिन इस योजना से वंचित हैं। शासन से फंड नहीं आने की वजह से मृतकों के परिजनों के आवेदन निगम में पड़े हुए हैं। 216 परिजन इस योजना के पैसे के लिए निगम का चक्कर काट रहे हैं। वार्ड क्रमांक 4 निवासी भगतराम विश्वकर्मा की मौत मई महीने में हो गई थी।
परिजनों ने श्रद्धांजलि योजना के तहत सूचना निगम को दी लेकिन अब तक अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का पैसा नहीं मिला है। इस वार्ड में ऐसे 8 आवेदन हैं। वार्ड क्रमांक 1 में कविता भोंडेंकर की मौत होने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। श्रद्धांजलि योजना के तहत तत्काल पैसे नहीं मिले। तब परिजनों ने खुद के इंतजाम से अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी जुटाई। परिजनों ने निगम को आवेदन किया है लेकिन पैसे नहीं मिले।
शासन से राशि नहीं मिली तो निगम खुद करे व्यवस्था
श्रद्धांजलि योजना निगम ने शुरू की है लेकिन फंड की दिक्कतें आने लगी है। निगम द्वारा शासन से इस योजना के फंड की डिमांड की गई है लेकिन पार्षदों में नाराजगी है। पार्षद मनीष साहू,चंद्रशेखर चंद्राकर, लीना देवांगन, कुमारी साहू आदि ने बताया कि मौत होने के बाद निगम को तत्काल पैसा देना चाहिए। क्योंकि गरीबों के लिए योजना बनाई गई है। फंड शासन से नहीं मिला है, तो निगम अपने मद से व्यवस्था कर सकता है।
शासन से फंड नहीं आया है निगम भी प्रयास कर रहा
पहले श्रद्धांजलि योजना निगम ने शुरू की थी और उसका भुगतान निगम के मद से किया जा रहा था। अब प्रदेश सरकार ने इस योजना काे एडॉप्ट कर लिया है। इसलिए योजना के हितग्राहियों के लिए हमने शासन से फंड मांगा है। जल्द ही फंड आ जाएगा। नहीं तो निगम के मद से इसका भुगतान करने की कोशिश होगी।