सोशल मीडिया पर आए दिन ऐसे वीडियो सामने आते हैं जिसमें इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगती नजर आती है. कुछ स्कूटर्स की बैटरी में ब्लास्ट होने की खबरें सामने आ रही है !
क्यों लगती है इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग – इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग लगने की बड़ी वजह शॉर्ट सर्किट, लोग अक्सर गाड़ियों में स्पार्क्स होने को अनदेखा कर देते हैं, गर्मी के दिनों में आग लगने की यह एक बड़ी वजह बनती है, ऐसे तार जिनमें करंट उतरता हो उन्हें खुला नहीं छोड़ना चाहिए. यह आग लगने की एक बड़ी वजह बनती है.
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सर्विसिंग हमेशा गाड़ी की एजेंसी पर ही करानी चाहिए. कई बार अनट्रेंड मैकेनिक गाड़ियों को ठीक करते वक्त कुछ तारों को खुला छोड़ देते हैं, स्पार्क होने की स्थिति में गाड़ी में आग लग जाती है !
बैटरी में भी हो सकता है ब्लास्ट – इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पूरी तरह से बैटरी पर चलते हैं. बैटरी पर कई बार ओवर लोड हो जाता है. जब बैटरी के सेपरेटर प्रभावित होते हैं तो ब्लास्ट होता है. एनोड और कौथोड बैटरी के अहम हिस्से होते हैं. जैसे ही सेपरेटर में खामी आती है ब्लास्ट हो जाता है. कई पार स्पार्क होने से ब्लास्ट होता है !
कैसे करें बचाव – इलेक्ट्रिक गाड़ियां, पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में अधिक सुरक्षित होती हैं. अगर सही ढंग से रख-रखाव किया जाए तो ऐसी गाड़ियों की उम्र ज्यादा होती है. नई इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियां सुरक्षा मानकों का ख्याल रखती हैं. गाड़ियों को और सुरक्षित करने के लिए काम चल रहा है. अगर समय-समय पर गाड़ी सर्विसिंग के लिए दी जाए तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है !
शार्ट सर्किट समेत कई कारण, ‘बारूद’ की तरह भभक रहीं हैं कार
तापमान है कारण – मोटर मैकेनिक मन्नू ने बताया कि कई कारों में लगने वाले वायर पतले होते हैं। टेम्प्रेचर के साथ बोनट गर्म होता है। इसका असर वायर की प्लास्टिक पर पड़ता है और वह पिघल जाती है। इसके बाद यदि वह दूसरे वायर के संपर्क में आए, तो स्पार्र्किंग होने लगती है और इंजन पर पडी डीजल या पेट्रोल की परत में आग लग जाती है। इंजन में आग लगने से कार के भीतर का हिस्सा तेजी से प्रभावित होता है,
केस 1 स्थान : सूपाताल – विवरण : जसूजा सिटी निवासी गुरमीत सिंह की कार एमपी २० एफए १३६३ में अचानक आग भड़क उठी। जैसे-तैसे गुरमीत ने कार रोकी और उतरकर जान बचाई। घटना में कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।
केस 2 स्थान : उखरी रोड – विवरण : सड़क किनारे खड़ी एक कार में अचानक आग भड़क उठी थी। आग एक घर के बरामदे में खड़ी थी। आग कैसे लगी आज तक इसका खुलासा नहीं हो सका है। हालांकि, जानकारों का कहना है कि वायर से आग लगी होगी।
इन कारणों के कारण हादसे ,परफ्यूम : परफ्यूम को कार की सुगंध के लिए लगाया जाता है, लेकिन हवा के साथ घुलने वाले इसके रसायन आग भड़का सकते हैं। कई बार कार में परफ्यूम की सुगंध फैली होती है, इसी दौरान यदि कोई चिंगारी उसके संपर्क मे आ जाए, तो आग भड़क उठती है।
कार में रखा ज्वलनीशल पदार्थ : कई बार कार में ज्वलनशील पदार्थ जैसे माचिस, कागज, टीशू पेपर आदि रखे होते हैं। अधिक तापमान के कारण जब ये धूप के संपर्क में आते हैं, तो इनमें आग लगने की संभावना तापमान के साथ बढ़ती जाती है।
हीटर का गर्म होना : जब एसी चलाया जाता है, तो मशीन गर्म होती है। इसका असर हीटर पर भी पड़ता है। एेसे में हीटर पाइप के पास यदि टीशू पेपर या कागज रखा हो, तो आग लगने की संभावना बढ़ जाती है।
गैस किट : कई कारों मंे गैस किट लगी होती है। इनमें चालकों द्वारा एलपीजी डलवाई जाती है। यदि यह लीक हो जाए, तो कार में आग लगने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
बैटरी या हार्न में स्पार्र्किंग : कई बार बैटरी या हार्न में तार सही ढंग से न जुड़े होने के कारण उनमें स्पार्र्किंग होती है। जिस कारण आग लग जाती है।
इंजन पर जमी परत : इंजन में डीजल या पेट्रोल लीक होता है, तो उसकी एक परत मिट्टी के साथ इंजन पर जम जाती है। एेसे में यदि इसे चिंगारी भी मिले, तो वह बड़ी आग का रूप ले लेती है।
बचाव के लिए ये करें
अधिक तापमान होने पर कार को छांव में खड़ा करें।
यदि आवश्यक न हो तो अधिक तापमान में कार को न ढंके।
कार में परफ्यूम का प्रयोग लगातार न करें।
माचिस, टीशू पेपर, कपड़ा आदि न रखें।
कार की वायरिंग की समय-समय पर जांच कराएं।
एसी व हीटर की नियमित जांच कराएं।
इंजन के ऊपरी हिस्से की साफ-सफाई करते रहें।
कार का कांच हमेशा थोड़ा खुला छोड़ दें।
कार में हमेशा फायर फाइटर के उपकरण रखें।