छत्तीसगढ़

पुनर्वास ग्राम में बसाहट की समस्या का नहीं हो सका निराकरण

Publish Date: | Sat, 30 Oct 2021 09:35 PM (IST)

कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। गेवरा खदान के विस्थापित व पुनर्वास ग्रामों में बसाहट की समस्या, भू- विस्थापितों के रोजगार और मुआवजे समेत 11 सूत्रीय मांग लेकर महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव किया जाएगा। भू-विस्थापितों की समस्याओं का निदान नहीं होने की वजह से आक्रोश बढ़ते जा रहा है। मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी व छत्तीसगढ़ किसान सभा ने विभिन्ना समस्याओं को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई। इसके तहत पहले चरण में 11 नवंबर को गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव, 25 नवंबर को गेवरा खदान का उत्पादन बंद और 16 दिसंबर को रेलवे द्वारा किए जा रहे कोल परिवहन को रोका जायेगा। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा तथा छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सहसचिव दीपक साहू ने कहा कि भू-विस्थापितों की समस्याओं के प्रति एसईसीएल प्रबंधन संवेदनशील नहीं है और इसलिए समस्याओं के निराकरण में भी उसकी कोई रूचि नहीं है। मांगपत्र में सभी प्रभावित खातेदारों को स्थाई रोजगार देने तथा पुराने लंबित रोजगार प्रकरणों का निराकरण करने, सभी प्रभावितों को वर्तमान दर पर मुआवजा और पूर्ण विकसित बसाहट देने, भू विस्थापित परिवारों के सभी सदस्यों को निःशुल्क शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने, खनन प्रभावित ग्रामों तथा पुनर्वास ग्रामों में पेयजल, तालाब, निस्तारी, बिजली आदि बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने, सभी भू-विस्थापित परिवारों को भू विस्थापित प्रमाण पत्र देने और पुनर्वास ग्राम गंगानगर में तोड़े गये मकानों और शौचालयों का क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग रखी गई है। इस संबंध में एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा गया। इसके साथ ही माकपा और किसान सभा ने संयुक्त रूप से भू-विस्थापितों की समस्या को लेकर गांव में जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू, जय कौशिक,संजय साहू, पुरषोत्तम, देव कुंवर की अगुवाई में बैठक कर रहे हैं।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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