

आउटलुक टीम
करीब 68 साल बाद एअर इंडिया की ‘घर वापसी’ हुई है। अब टाटा संस एयर इंडिया की नई मालिक होगी। कंपनी ने शुक्रवार को 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर इस सरकारी एयरलाइंस को खरीद लिया है। जानकारी के मुताबिक टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने एअर इंडिया को खरीदने के लिए यह बोली लगाई थी।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि साल्ट-टू-सॉफ्टवेयर समूह टाटा ने कर्ज में डूबी सरकारी एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए 18,000 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
डीआईपीएएम सचिव ने कहा कि टाटा की 18,000 करोड़ रुपये की बोली में 15,300 करोड़ रुपये का कर्ज लेना और बाकी का नकद भुगतान करना शामिल है।
1932 में टाटा ग्रुप ने ही एअर इंडिया को शुरू किया था। टाटा समूह के जे.आर.डी. टाटा इसके फाउंडर थे। तब इसका नाम टाटा एअर सर्विस रखा गया था। 1938 तक कंपनी ने अपनी घरेलू उड़ानें शुरू कर दी थी। दूसरे विश्व युद्ध के बाद इसे सरकारी कंपनी बना दिया गया था। आजादी के बाद सरकार ने इसमें 49 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदी थी।
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बता दें, एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया जनवरी 2020 में शुरू की गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें लगातार देरी हुई है। अप्रैल 2021 में सरकार ने एक बार फिर योग्य कंपनियों से बोली लगाने को कहा था। 15 सितंबर बोली लगाने का आखिरी दिन था। साल 2020 में भी टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया के अधिग्रहण को लेकर अपना रूची पत्र दाखिल किया था।