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मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत: टिकैत बोले- जब तक काले कानून वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं

मुजफ्फरनगर में आज से शुरू किसान महापंचायत, टिकैत बोले- जब तक कानून वापसी नहीं तब तक घऱ वापसी नहीं
पीटीआई

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आउटलुक टीम

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केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा फिर से एक्शन मोड में नजर आ रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत का आयोजन किया है। इस महापंचायत के कारण किसान नेता राकेश टिकैत का आज पूरे 10 महीने बाद मुजफ्फरनगर जाना होगा। महापंचायत शुरू होने से पहले उनका एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक काले कानूनों की वापसी नहीं होगी तब तक वे घर वापसी नहीं करेंगे। 

बता दें कि टिकैत मुजफ्फरनगर के ही रहने वाले हैं। जब किसान आंदोलन शुरू हुआ है तब से टिकैत ने यहां कदम नहीं रखा है। महापंचायत शुरू होने से पहले टिकैत ने कहा, ‘जब से आंदोलन शुरू हुआ है तब से मैं पहली बार मुजफ्फरनगर जा रहा हूं और वो भी गलियारे से जाउंगा। वहां की जमीन पर कदम भी नहीं रखूंगा और अपने घर की तरह देख लूंगा, वहां के लोगों को देख लूंगा।’

उन्होंने कहा कि इसे आप जो भी मानें, लेकिन जब तक कानून वापसी नहीं होगी तब तक घर वापसी नहीं। जो लोग आजादी की लड़ाई के लिए लड़े, उन्हें काला पानी की सजा हुई तो वो कभी घर गए ही नहीं। ये भी एक प्रकार का काला कानून है और जब तक इसकी वापसी नहीं होगी तब तक घर नहीं जाएंगे।

इस महासभा में आज सुबह से ही किसानों को हुजुम आना शुरू हो गया है। एक महिला किसान ने बताया, “हम यहां 3 कानूनों को वापस कराने के लिए इकट्ठा हुए हैं। पीएम से हमारा अनुराध है कि इस आंदोलन को 9 महीने हो गए हैं इससे और न बढ़ाएं तथा 3 कानूनों को वापस लें।”

संयुक्त किसान मोर्चा का दावा है कि ये किसानों की अब तक की सबसे बड़ी पंचायत होगी। जो जीआईडी ग्राउंड पर सुबह 11 बजे से शुरू होगी और इसमें किसानों के कई बड़ें नेता शामिल होंगे। सुरक्षा के मद्देनजर यहां पूरा अलर्ट जारी है। 

बता दें कि इस महापंचायत को देखते हुए यूपी पुलिस प्रशासन हाई-अलर्ट पर है। मुजफ्फरनगर और आस-पास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इतना ही नहीं प्रशासन ने मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के जिलों में आईपीएस भेजे गए हैं। 

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