अन्‍य

पोर्न धंधा: अश्लील वीडियो, फिल्में, नग्न तस्वीरों का बाजार बेहिसाब बढ़ा, बना सस्ते मनोरंजन और कमाई का जरिया

 “इंटरनेट, स्मार्टफोन, वेब सीरीज, ऐप, ओटीटी प्लेटफॉर्म के दौर में अश्लील वीडियो, फिल्मों, नग्न तस्वीरों का बाजार बेहिसाब बढ़ा, लॉकडाउन में सस्ते मनोरंजन, मजबूरी के दोहन और कमाई का जरिया बना”

यहां सिर्फ सेक्स और शाहरुख खान ही बिकता है। एक्ट्रेस नेहा धुपिया ने 15 साल पहले यही कहा और दस साल बाद फिर दोहराया था। खान ने तो अपनी शाह जैसी मशहूरियत कायम करने के लिए काफी मशकक्त की, लेकिन सेक्स कभी अपनी पीली जर्द दुनिया से नहीं निकल पाया, बल्कि काली दुनिया में लंबी कुलांचे भरता रहा। शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को जब 19 जुलाई की रात पोर्न फिल्में बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया तो सुर्खियां कई तरह से चीखने लगीं। भारत में पोर्न (अश्लील) फिल्में बनाना प्रतिबंधित है, लेकिन यह धंधा इंटरनेट के दौर में बहुत तेजी से पनप रहा है। आलम यह है कि महज 20-25 लाख रुपये खर्च करके कोई प्रोड्यूसर बड़े आराम से करोड़ों की कमाई कर सकता है और शानो-शौकत का संसार बना सकता है।

अब सवाल उठता है कि प्रतिबंधित होने के बावजूद भारत में पोर्न कंटेट कैसे देखा जा रहा है? बेशक निजी तौर पर इस तरह के कंटेट देखना गैर-कानूनी नहीं है, लेकिन ऐसी अश्लील सामग्री जिसमें बाल पोर्नोग्राफी या महिलाओं के साथ बलात्कार या हिंसा को दर्शाया गया है, उसे देखना या स्टोर करना अपराध है, चाहे वह नितांत निजी जगह देखा जा रहा हो। भारत में पोर्नोग्राफी से जुड़े दो तरह के कानून हैं। एक वयस्क पोर्नोग्राफी से जुड़ा है तो दूसरा बाल पोर्न से। पोस्को के तहत बाल पोर्नोग्राफी देखना, किसी भी डिवाइस में उसे रखना, उसकी शूटिंग करना या अपलोड करना सब पर पाबंदी है। वयस्क पोर्नोग्राफी में मोबाइल या लैपटॉप जैसी डिवाइस में रखने या देखने पर पाबंदी नहीं, लेकिन उसकी शूटिंग या किसी वेबसाइट पर अपलोड करने पर रोक है। रात की पार्टियों में पोर्न देखने वाले अनेक लोगों को पुलिस गिरफ्तार करती रही है, लेकिन कोर्ट को यह कह कर उन्हें छोड़ना पड़ता है कि किसी निजी जगह पर पोर्न देखना अपराध नहीं।

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राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार 2019 में आइटी एक्ट की धारा 67ए और 67बी के तहत 1,158 मामले दर्ज हुए। विभिन्न कानूनों के तहत अश्लील कॉन्टेंट का प्रोडक्शन, उनके प्रकाशन, प्रसार और उनकी बिक्री को अपराध माना गया है। लेकिन प्रोडक्शन को सिर्फ महिला आपत्तिजनक प्रतिनिधित्व (निषेध) कानून में ही शामिल किया गया है, वह भी परोक्ष रूप से। कई प्रावधान भ्रामक हैं। जैसे, आइटी एक्ट की धारा 75 कहती है कि भारत से बाहर, किसी दूसरे देश के नागरिक के खिलाफ भी मामला दायर किया जा सकता है। लेकिन दूसरे कानूनों में विदेशी नागरिकों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इसके अलावा, अगर उस देश में ऐसा करने की इजाजत है तो क्या होगा।

इस मामले में 2013 में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले इंदौर के वकील कमलेश वासवानी का कहना है कि देश में ऐसे कानून की जरूरत है जो न सिर्फ पोर्नोग्राफी को परिभाषित करे, बल्कि सभी पहलू उसके दायरे में आएं। उनका कहना है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए भी पोर्न कॉन्टेंट आसानी से उपलब्ध हैं। इसे रोकने का एकमात्र तरीका ऐसी वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाना है। वासवानी की याचिका पर अभी सुनवाई चल ही रही है।

अगर 2015 की गूगल ट्रेंड रिपोर्ट देखी जाए तो दुनिया के टॉप-10 शहरों में 6 शहर भारत के हैं, जहां सबसे ज्यादा पोर्न शब्द सर्च किया जाता है। ये शहर हैं दिल्ली, पुणे, मुंबई, हावड़ा, उन्नाव और बेंगलूरू। इसी तरह पोर्नहब की 2018 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में पोर्न वेबसाइट पर कोई विजिटर औसतन 10 मिनट 13 सेकंड देता है। भारत में यह औसत 8 मिनट 23 सेकंड है। यही नहीं, भारतीय सबसे ज्यादा “भाभी, देसी, सनी लियोनी” को पोर्न साइट पर सर्च करते हैं।

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2015 की गूगल ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के शीर्ष 10 में से छह शहर भारत के थे जहां पोर्न सबसे अधिक सर्च हुआ

वर्ष 2020 में तो लॉकडाउन के दौरान पोर्न कंटेट कहीं ज्यादा देखे गए हैं। “लेट्स ओटीटी” की एक रिपोर्ट के अनुसार एमएक्स प्लेयर पर जुलाई 2020 में ‘मस्तराम’ को  अकेले 3 जुलाई 2020 को 1.10 करोड़ बार देखा गया। मई महीने में एकता कपूर के अल्ट बालाजी के दर्शकों की संख्या में 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

जाहिर है, इस बढ़ते बाजार का फायदा उठाने का लालच राज कुंद्रा को इस गैर-कानूनी धंधे में खींच लाया। वैसे तो राज कुंद्रा के इस तरह के धंधे में शामिल होने के सबूत फरवरी में मिल गए थे। लेकिन पुलिस हाई-प्रोफाइल मामला होने की वजह से पूरी तैयारी के बाद राज कुंद्रा पर हाथ डालना चाहती थी। कुंद्रा आइपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के को-ओनर होने के अलावा, ग्रुपको डेवलपर्स, टीएमटी ग्लोबल, विवान इंडस्ट्रीज, जेएल स्ट्रीम प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों से भी जुड़े हुए हैं।

पुलिस को 3 फरवरी 2021 को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग काम की तलाश में भटक रहे युवा अभिनेता-अभिनेत्रियों को शार्ट फिल्म और वेब सीरीज में काम दिलाने के नाम पर मुंबई के मड आइलैंड में बंगला बुक कर उनसे अश्लील वीडियो बनवाते हैं और उससे मोटी कमाई करते हैं। इसके बाद 4 फरवरी को पुलिस को जानकारी मिली कि रोवा खान और उसका पति मलाड के एक इलाके में बंगला बुक कर अश्लील फिल्म शूट कर रहे हैं। पुलिस ने वहां छापा मारकर यास्मीन खान उर्फ रोवा खान सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में ही पुलिस को कुंद्रा के कनेक्शन की जानकारी मिली थी। इसी पड़ताल में अभिनेत्री गहना वशिष्ठ का नाम सामने आया और उसे 6 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। 31 जुलाई को कोलकाता की एक्ट्रेस नंदिता दत्ता (नैंसी भाभी नाम से चर्चित) को पोर्न रैकेट चलाने और नए मॉडलों को निशाना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

पिछले साल लॉकडाउन के दौरान पोर्न कंटेंट ज्यादा देखा गया। लेट्स ओटीटी की रिपोर्ट के मुताबिक 3 जुलाई 2020 को ‘मस्तराम’ को 1.10 करोड़ बार देखा गया

गहना स्टार प्लस के शो ‘बहनें’ में लीड रोल में नजर आ चुकी हैं। उन्होंने 2012 में मिस एशिया बिकिनी कॉन्टेस्ट जीता था और वे दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम कर चुकी हैं। गहना को पिछले साल अल्ट बालाजी की सीरीज गंदी बात और उल्लू ऐप के शो में देखा गया था। गहना से पूछताछ की गई तो उमेश कामत का नाम सामने आया, जिसके बाद पुलिस ने उसे 8 फरवरी को गिरफ्तार किया। कामत से पूछताछ के बाद पुलिस ने इस मामले में राज कुंद्रा के लिए काम करने वाले तनवीर हाशमी को गिरफ्तार किया। तब यह बात भी सामने आई कि शूट की गई फिल्मों को पेड मोबाइल ऐप्लिकेशन पर रिलीज किया जा रहा था।

कामत से पूछताछ में पुलिस को यह भी पता चला कि राज कुंद्रा ने आर्म्स प्राइम की स्थापना की और हॉटशॉट्स नाम का एप्लिकेशन बनाया था, जिसे बाद में बेच दिया था। क्राइम ब्रांच ने हॉटशॉट्स से कुछ अश्लील और पोर्न वीडियो प्राप्त किए। फिलहाल राज कुंद्रा न्यायिक हिरासत में हैं।

इधर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब एक्ट्रेस गहना वशिष्ठ और कुछ प्रोड्यूसरों के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। इस एफआइआर के बाद गहना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा, “बहुत बधाई, आखिरकार आपने एक औरत को केस दर्ज करने के लिए मना ही लिया। आप लोग क्या गंदी राजनीति खेल रहे हैं। कुछ तो शर्म करो और भगवान से डरो। पीड़ित और आरोपी का यह खेल खेलना बंद करो। विश्वास करो, भगवान जल्द तुम्हारा हिसाब करेगा। भगवान से बड़ा कोई नहीं है। अगर मैं मरी, तो कसम खाती हूं कि असली तथ्य कागज पर लिखकर जाऊंगी और इसको प्रसारित कर दूंगी। मैं अपनी जिंदगी बर्बाद नहीं होने दूंगी। हर किसी को पता चलना चाहिए कि छह महीनों से आप लोग क्या खेल खेल रहे हो।”

असल में गहना का इशारा गिरफ्तारी और उन पर लगे आरोपों पर है। पोर्न वीडियो बनाने के मामले में फरवरी 2021 में गिरफ्तार हो चुकी गहना पर आरोप लगे थे कि उन्होंने 87 पोर्न वीडियो बनाए और अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया। उन्हें देखने के लिए पेड सब्सक्रिप्शन की जरूरत पड़ती है, जिसका चार्ज 2000 रुपये है। पुलिस ने बताया था कि गहना स्ट्रगल कर रही अभिनेत्रियों को काम का लालच देकर पोर्न वीडियो शूट करवाती थीं। उन्हें हर फिल्म के लिए 15 से 20 हजार रुपये दिए जाते थे। करीब पांच महीने जेल में बिताने के बाद उन्हें जमानत मिल गई थी, लेकिन नए एफआइआर से मुसबीत बढ़ गई है, जिसकी खीज उनके सोशल मीडिया पोस्ट पर दिख रही है।

इस बीच गहना की तरफ से बयान आ चुका है कि वे पुलिस को उन सभी लड़कियों और लोगों के नाम बताने तैयार हैं, जो पोर्न इंडस्ट्री से जुड़ी हुए हैं। वे यह भी कह चुकी हैं कि राज कुंद्रा ने किसी को पोर्न फिल्म शूट करने के लिए मजबूर नहीं किया। पूनम पांडे और शर्लिन चोपड़ा झूठ बोल रही हैं।

राज कुंद्रा की गिरफ्तारी के बाद उन पर कई तरह के आरोप लग रहे हैं। पोर्न अभिनेत्री पूनम पांडे ने वीडियो संदेश में कहा कि राज कुंद्रा ने 2019 में एक कॉन्ट्रैक्ट पर छोटे से विवाद के कारण उनका नंबर लीक कर दिया था। उस घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, जब मैंने कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से मना कर दिया, तो उसने मेरा फोन नंबर एक कैप्शन के साथ लीक कर दिया, जिसमें लिखा था, “मुझे अभी कॉल करें, मैं तुम्हारे लिए कपड़े उतार दूंगी।” उन्होंने मेरे निजी नंबर के साथ यह मैसेज जारी कर वायरल कर दिया। उसके बाद मेरे फोन की घंटी लगातार बजती रही।

इस बीच एक दूसरी अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा ने भी पुलिस के सामने कई अहम खुलासे किए। उनके अनुसार मार्च 2019 में राज कुंद्रा ने “द शर्लिन चोपड़ा ऐप” आइडिया के साथ अपने बिजनेस मैनेजर को उनके पास भेजा था। बिजनेस मैनेजर ने कहा था कि वे जो कंटेंट सोशल मीडिया पर अपलोड करती हैं वह मुफ्त है, लेकिन एक कस्टमाइज ऐप के जरिए पैसा कमा सकती हैं। बाद में शर्लिन ने अपनी बिजनेस डील आगे नहीं बढ़ाई क्योंकि वे 50-50 रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल को लेकर उत्सुक नहीं थीं। उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद ऐप पर मौजूद कंटेंट हटाने के लिए कहा था, लेकिन वह अब भी इंटरनेट पर हैं। इस बीच शर्लिन ने अप्रैल 2021 में राज के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई थी।

अब उन्होंने राज और शिल्पा शेट्टी के रिश्ते पर भी बयान दे दिया है। उन्होंने कहा है कि राज कुंद्रा से 27 मार्च 2019  को मीटिंग के बाद एक मैसेज को लेकर तीखी बहस हुई थी। उसी मामले को लेकर राज बिना बताए उनके घर आया था। शर्लिन ने आरोप लगाया कि राज उनसे जबरदस्ती करने लगा, जबकि वह इसके लिए मना करती रही। शर्लिन ने राज से कहा था कि एक शादीशुदा आदमी के साथ रिश्ता नहीं रखना चाहती। राज ने कहा कि उसकी पत्नी शिल्पा शेट्टी के साथ उसका रिश्ता उलझा हुआ है और घर पर ज्यादातर समय तनाव रहता है।

इन गिरफ्तारियों और बयानों से साफ है कि भारत में पर्दे के पीछे एक बड़ी इंडस्ट्री खड़ी हो गई है, जिसके तार बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक फैल गए हैं। तीन साल पहले मी-टू अभियान के दौरान तेलुगू फिल्मोद्योग की कई नामचीन हस्तियों पर आरोप मढ़ने वाली हैदराबाद स्थित अभिनेत्री श्री रेड्डी आउटलुक से कहती हैं, “महामारी ने मनोरंजन उद्योग में कई लड़कियों को बेरोजगार कर दिया और उनके पास जिंदगी चलाने के लिए पोर्न या इरोटिक फिल्मों में काम करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। वे कोई और काम इस डर से नहीं करना चाहतीं कि उनकी आगे की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी।”

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रेड्डी बताती हैं कि उन्हें हाल में एक फोटोग्राफर-कोऑर्डिनेटर की ओर से गोवा में एक विशेष न्यूड फोटोशूट की पेशकश आई। रेड्डी ने पेशकश ठुकरा दी लेकिन वे मानती हैं कि मुंबई में अनेक लड़कियों की हैसियत ठुकराने की नहीं है। वे कहती हैं, “मुझे काफी बड़ी रकम की पेशकश की गई थी। कहा गया कि यह सिर्फ एक आदमी को ही देखने के लिए बनाया जाएगा। लेकिन मुझे खटका कि खुद के देखने के लिए कोई इतनी बड़ी रकम क्यों देगा, जरूर यह पोर्न साइट के हवाले किया जाएगा।”

तमिलनाडु में पोर्न का पहला मामला दिसंबर 2001 में सामने आया था, जब मशहूर ऑर्थो सर्जन डॉ. एल. प्रकाश को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अश्लील तस्वीरें और वीडियो शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि उन्होंने कुछ महिलाओं और पुरुषों- जिनमें कुछ उनके मरीज थे- को समुद्र तट स्थित अपने बंगले में पार्टी के लिए बुलाया और उनकी तस्वीरें शूट कीं। उनकी डीवीडी और सीडी बना कर अमेरिका के सिएटल स्थित अपने भाई को भेजते थे। डॉ. प्रकाश के भाई उन तस्वीरों और वीडियो को पोर्न वेबसाइट पर अपलोड करते थे। एक वीडियो में दिखाए गए एक युवक की शिकायत पर पुलिस ने डॉक्टर के क्लिनिक और फार्महाउस पर छापा मारा।

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इंडस्ट्री से जुड़े एक कंटेट राइटर बताते हैं, “इंटरनेट के दौर से पहले अश्लील फिल्में बना करती थीं, जिन्हें बकायदा थिएटर और वीडियो कैसेट, सीडी के जरिए अवैध रूप से दर्शकों तक पहुंचाया जाता था। लेकिन तब इसकी हर व्यक्ति तक पहुंच नहीं थी। इंटरनेट और ओटीटी प्लेटफॉर्म ने इसे सबके हाथों में पहुंचा दिया है।”

वह अपना अनुभव बताते हैं, “मैं 2017 में एक प्रोड्यूसर से उनके घर पर मिला था, जो बी और सी ग्रेड फिल्में अश्लील कंटेंट के साथ बनाते हैं। मैंने उनके घर में खुलेआम फिल्मों की एडिटिंग होते देखी थी। आप समझ सकते हैं कि मामला कितना गहरा है और कमाई कितनी ज्यादा है।”

टीवी इंडस्ट्री और बॉलीवुड में काम पाने के लिए सोशल मीडिया बड़ा जरिया बना। जितने फॉलोअर, उतना मौका। फॉलोअर ज्यादा पोर्न या इरोटिक कंटेंट से बनते हैं

उनका कहना है कि आजकल टीवी इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड तक में काम पाने के लिए सोशल मीडिया एक बड़ा जरिया बन गया है। मसलन, जिसके जितने ज्यादा फॉलोअर उनके लिए काम पाने या ब्रेक मिलने का ज्यादा मौका होता है। ऐसे में इरोटिक या पोर्न कंटेंट के जरिए फॉलोअर की संख्या बढ़ाना किसी भी अभिनेत्री के लिए आसान है।

दरअसल, चिकूफ्लिक्स, न्यूफ्लिक्स, यूफ्लिक्स, क्रेब फ्लिक्स, बम्मबू फ्लिक्स, एक्स प्राइम,  फ्लिज मूविज, एस्ट्रीम एक्स, हॉटएक्स वीआईपी, हॉट-हिट्स, हॉट-शॉट्स, गोल्ड फ्लिक्स, लॉलीपॉप, बिग एम जू, बिंदास टाइम्स, अनकट अड्डा, अनकट मसाला जैसे दर्जनों ऐप और वेबसाइट हैं, जिन पर पोर्न कंटेंट उपलब्ध हैं। वहीं, प्राइम फ्लिक्स, उल्लू, कूकु, रैबिट, अल्ट बालाजी जैसे एप्स-वेबसाइट पर इरोटिक कंटेंट, सेमी पॉर्न वीडियो उपलब्ध हैं। इसमें कुछ ऐसे चर्चित चेहरे और नाम भी हैं, जो अधिकांश वीडियो में दिखते हैं। सरिता भाभी, कविता भाभी, मदहोशी, हाईवोल्टेज, प्यासी जवानी, इस तरह के नाम फिल्मों के रखे जाते हैं। वीडियो की शुरुआत में उम्र की पाबंदियां और डिस्क्लेमर भी प्रसारित किए जाते हैं। लेकिन, हर हाथ में मोबाइल और कंटेंट तक पहुंच है तो फिर रोकेगा कौन?

दर्जनों एप्स गूगल प्लेस्टोर और अन्य स्टोर पर उपलब्ध हैं। इनमें कई ऐप सब्सक्रिप्शन बेस्ड हैं। इनमें महीने में 99-199 रुपये से लेकर सालाना 999 रुपये चार्ज किए जाते हैं। कुछ नाम ऐसे हैं जो नेटफ्लिक्स (ओटीटी प्लेटफॉर्म) से मिलते-जुलते हैं। कुछ नाम ऐसे भी हैं जिसमें शब्द के आखिर में ’फ्लिक्स’ जोड़कर उस पर पॉर्नोग्राफिक कंटेंट अपलोड किए और दिखाए जा रहे हैं। इसे ट्विटर, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रमोट और कुछ मिनट के क्लिप में मोबाइल नंबर, टेलीग्राम नंबर के साथ फ्लैश किए जा रहे हैं। हालांकि आउटलुक ने इन नंबरों पर संपर्क करना चाहा तो कोई जवाब नहीं मिला।

अधिकांश एप्स-वेबसाइट्स के साथ फ्लिक्स शब्द के होने के सवाल पर जाने-माने अभिनेता मुकेश खन्ना आउटलुक से कहते हैं, “धीरे-धीरे पोर्न वीडियो छोटे-छोटे बच्चों तक पहुंच चुका है। नेटफ्लिक्स की तर्ज पर इनके नाम डिजाइन किए जा रहे हैं ताकि कोई इंटरनेट पर स्पेलिंग में गलती करे तो सीधे उनकी साइट पर पहुंच जाए। बर्बादी का बहुत बड़ा खेल चल रहा है, जिस पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए।” फिल्मकार पहलाज निहलाणी यह देखकर हैरान हैं कि सेंसर बोर्ड के चेयरमैन के उनके (विवादास्पद) कार्यकाल में जो फिल्मी कंटेंट उनकी कैंची से नहीं बचे होते, अब उन्हें किसी सर्टिफिकेट की भी दरकार नहीं है। वे पूछते हैं कि टीवी और ओटीटी के लिए अलग नियम क्यों होना चाहिए? “यह दोहरी नीति है। अगर टैक्स के मामले में हम एक जीएसटी लागू कर सकते हैं तो मनोरंजन उद्योग के लिए एक देश एक कानून क्यों नहीं होना चाहिए।” यूं तो सरकार ने कोशिश की थी। मसलन, उत्तराखंड हाइकोर्ट ने दिसंबर 2018 में एक गैंगरेप मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वह पोर्न वेबसाइट्स को प्रतिबंधित करे। इसके बाद केंद्र सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को ऐसी 827 पोर्न वेबसाइट को ब्लॉक करने के निर्देश दिए। कंपनियों ने उन्हें ब्लॉक भी कर दिया। लेकिन नतीजा सिफर रहा, क्योंकि इन वेबसाइट ने अपने डोमेन नाम बदल दिए। इसके अलावा यूजर्स ने भी वीपीएन के जरिए प्रतिबंधित वेबसाइट्स का इस्तेमाल करने का रास्ता निकाल लिया। ऐसे कंटेंट के सोर्स पता लगाना भी पुलिस के लिए मुश्किल है।

जिस न्यूफ्लिक्स ऐप पर मॉडल गहना वशिष्ठ के मदहोशी नाम से इरोटिक वेब सीरीज उपलब्ध हैं, उसी ऐप के दर्जनों पोर्न वीडियो मौजूद हैं। इस सवाल के जवाब में आउटलुक से गहना कहती हैं, “देखिए, मुझे जो स्क्रिप्ट और अभिनय करने को मिला, उसे मैंने किया। आप मदहोशी देखें तो उसमें कोई अश्लील दृश्य नहीं है, यहां तक कि नॉर्मल किसिंग सीन भी नहीं है। अब उस ओटीटी पर पॉर्न वीडियो बनाए गए हैं या नहीं, मुझे नहीं पता। उन्होंने मेरे कंटेंट को कहां रिलीज किया, इस बारे में भी मैं नहीं जानती।” (देखें इंटरव्यू)

पैसे की वजह से भी स्ट्रगलर अश्लील फिल्मों में काम करती हैं। हालांकि उन्हें ज्यादा पैसे नहीं मिलते हैं। कई बार तो यह कुछ हजार में होता है। लेकिन बाद में बड़े ब्रेक की चाहत में वह ऐसा करती हैं।

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यही नहीं, जिन्हें अब काम नहीं मिल रहा है उनके लिए यह जीवन यापन का आसान तरीका बन गया है। रही बात प्रोड्यूसर की, तो उनके लिए मुंबई के आस-पास के इलाके जैसे मड आइलैंड के बंगले और छोटे शहरों में होटल आदि शूटिंग के लिए आसान लोकेशन हैं। वहां बेहद कम पैसे में फिल्म बन जाती है और लागत की तुलना में कमाई कहीं ज्यादा है। एक प्रोड्यूसर के बारे में प्रसिद्ध है कि टीवी पर संस्कारी बहू दिखाकर पैसे कमाओ तो ओटीटी पर गंदी बात से पैसे कमाओ। इसी हिट फॉर्मूले को देखकर सबसे पहले अल्ट बालाजी ने इरोटिक कंटेट बनाना था शुरू किया। इसके बाद उल्लू, गुपचुप, हॉटशॉट्स जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म और ऐप आ चुके हैं।

फ्लोरा सैनी और अन्वेषी जैन जैसी अभिनेत्रियों को देखिए। इन लोगों ने एकता कपूर के अल्ट बालाजी के लिए गंदी बात नाम का एक हिट शो किया था। वह सॉफ्ट पोर्न तो नहीं, पर इरोटिक शो था। इससे ये दोनों बहुत लोकप्रिय हुईं और कमाई लाखों में हुई। अन्वेषी जैन भारत में सबसे ज्यादा गूगल किये जाने वाले नामों में एक है। फ्लोरा सैनी पहले दक्षिण भारत की फिल्में करती थीं और अब मुंबई की फिल्मों और वेब शो में काम करती हैं। उन्होंने विद्या बालन की बेगम जान और नागेश कुकुनूर की लक्ष्मी में भी काम किया हैं। लेकिन असली शोहरत गंदी बात के बाद ही मिली।

ओटीटी प्लेटफॉर्म सेंशरशिप के सख्त दायरे से बाहर हैं। सरकार ने फरवरी 2021 में डिजिटल कंटेंट कंप्लेंट काउंसिल का गठन किया और मार्च में उसने इंडस्ट्री से कहा है कि वह स्व-नियमन लागू करे। हालांकि अभी तक उस पर इंडस्ट्री की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। उलटे उसने सरकार से स्व-नियमन लागू करने के लिए समय की मांग कर डाली है।

आउटलुक से बातचीत में कंप्लीट सिनेमा के एडिटर अतुल मोहन कहते हैं, “बिना रोक-टोक के इसका दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। अरबों रुपयों की कमाई हो रही है। इस तरह के कितने ऐप और वेबसाइट भारत में मौजूद हैं। कितनी कमाई हो रही है, यह आंकड़ों में कहना मुश्किल है।”

साइबर लॉ एक्सपर्ट और साइबर सुरक्षा कानून पर अंतरराष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष एडवोकेट पवन दुग्गल कहते हैं, “पोर्न देखना गैर-कानूनी नहीं है लेकिन इसे प्रकाशित करना या बनाना पूरी तरह से गैर-कानूनी है। हमारे कानून में बहुत खामियां हैं। जब देश में इंटरनेट की उतनी पहुंच नहीं थी, उस वक्त के कानून को हम अभी तक ढो रहे हैं। इसमें सख्त बदलाव की जरूरत है। नई गाइडलाइन भी इस मामल में कुछ खास नहीं है। सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर क्राइम और फ्रॉड भी बढ़ा है।”

जाहिर है, सरकार और इंडस्ट्री को कुछ बेहतर कदम उठाने होंगे। भारत में छलांग लगाता पोर्न बाजार पैसे कमाने का आसान बनता जा रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि सरकार अपना रुख साफ करे। वरना इसकी आड़ में मजबूर लोगों का शोषण होता रहेगा और काली कमाई भी बढ़ती रहेगी।

-साथ में जी.सी. शेखर और जीवन प्रकाश शर्मा के इनपुट

ओटीटी प्लेटफॉर्म से कमाई के तरीके

 अश्लील कंटेट बनाकर ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए रीलिज करना

 अश्लील कंटेट को सब्सक्रिप्शन के आधार पर बेचना

 इरोटिक फिल्में बनाकर ऐप के जरिए कमाई

 मुफ्त में ऑनलाइन कंटेट डालकर अपने फॉलोअर बढ़ाना और उसके जरिए कमाई

 नेट फिल्क्स, अमेजन प्राइम, जी-5 जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म की तुलना में उल्लू, गुपचुप के सब्स्क्रिप्शन रेट 60-65 फीसदी सस्ते

 शूटिंग के लिए इनका इस्तेमाल

 मुंबई के पास स्थित मड आइलैंड के बंगलों में शूटिंग

 होटल में शूटिंग

 छोटे शहर भी बन रहे है शूटिंग की पसंदीदा जगह

कितनी कमाई

सामान्य तौर पर 20-25 लाख रुपये में ऐसी फिल्में बन जाती हैं, जिनके जरिए 1.5-2 करोड़ रुपये आसानी से निर्माता कमा लेते हैं। ऐसी फिल्मों में काम करने वाले अभिनेता-अभिनेत्रियां ज्यादातर लो-प्रोफाइल या स्ट्रगल करने वाले होते हैं। ऐसे में उन्हें कुछ हजार रुपये में ही काम करना पड़ता है। बड़े कलाकारों की कमाई लाखों में होने लगती है।

 क्या कहता है कानून

 निजी तौर पर इस तरह के कंटेट देखना गैर-कानूनी नहीं है। हालांकि ऐसी अश्लील सामग्री जिसमें बाल पोर्नोग्राफी या महिलाओं के साथ बलात्कार या हिंसा को दर्शाया गया है, उसे देखना या संग्रहीत करना

एक अपराध है, भले ही इसे निजी स्थान पर देखा जा रहा हो।

 इसी तरह आइटी एक्ट 2000 के सेक्शन 67 के तहत ऐसे कंटेंट का प्रसारण या प्रकाशन पूरी तरह से गैर-कानूनी है। इसी आधार पर राज कुंद्रा को गिरफ्तार किया गया है।

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