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देश के सात राज्यों के 22 जिलों में कोरोना के बढ़ते मामले चिंताजनक, महामारी अभी नहीं हुई है खत्मः स्वास्थ्य मंत्रालय

देश के सात राज्यों के 22 जिलों में कोरोना के बढ़ते मामले चिंताजनक, महामारी अभी नहीं हुई है खत्मः स्वास्थ्य मंत्रालय
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आउटलुक टीम

देश के सात राज्यों के 22 जिलों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी ने केन्द्र और प्रदेश सरकारों की चिंताएं बढ़ा दीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोरोना के केस में यह इजाफा चिंता का विषय है। हम इसे लेकर राज्यों के साथ बात कर रहे हैं। वहीं, देश में अभी 54 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज्यादा बना हुआ है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेस में संयुक्त सचिव ने कहा, “देश में अभी 22 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 4 हफ्तों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। इनमें केरल के 7 जिले, मणिपुर के 5 जिले, मेघालय के 3 जिले, अरुणाचल प्रदेश के 3 जिले, महाराष्ट्र के 2 जिले, असम का 1 जिला, त्रिपुरा का 1 जिला शामिल है। उन्होंने कहा, “वैश्विक नजरिए से देखें तो महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। दुनिया भर में मामलों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, जो चिंता का विषय बना हुआ है। हमें सख्ती के साथ वायरस के प्रसार को रोकने पर काम करना होगा।”

उन्होंने कहा कि कोविड के नए मामलों में हफ्ते दर हफ्ते लगातार गिरावट देखने को मिल रहा है. लेकिन अगर हम मामलों में गिरावट की दर की तुलना पहले से अब तक करें तो इसकी कमी चिंता का विषय बनी हुई है। हम इसको लेकर राज्यों से बात कर रहे हैं.

वहीं, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। कुछ क्षेत्र चिंता का विषय बने हुए हैं। वैक्सीनेशन की भी पूरी गारंटी नहीं है कि यह संक्रमण के मामलों को कम करेगा। ऐसा कोई भी वैक्सीन नहीं कहती कि संक्रमण नहीं होगा। हालांकि वैक्सीन से बीमारी की गंभीरता और मौत को रोका जा सकता है।

संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में 54 जिलों में 10 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिव केस हैं। देश में 62 जिले ऐसे हैं जहां 100 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। पूरे विश्व में भी कोविड केस में एक बार फिर से वृद्धि देखी जा रही है,जो कि चिंता की बात है। हम वायरस से लड़ाई में ढीले नहीं पड़ सकते हैं. इसलिए हम उन इलाकों को ट्रैक कर रहे हैं जहां पर केस बढ़ रहे हैं ताकि उन इलाकों में सख्ती बरती जा सके।

उऩ्होंने कहा कि पूरे विश्व में 5 लाख से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं और पिछले 14 दिनों में फ्रांस इटरी में मामलों में तेजी देखी जा रही है। उन्होंने  कहा कि देश में अब 97.4 फीसदी का रिकवरी रेट हो चुका है।यानी ओवर ऑल मामलों में कमी आई है लेकिन खतरा अभी बना हुआ है। अब तक देश में कुल 44 करोड़ से ज्या कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।

कोरोना के पिछले सप्ताह के डेटा बताते हैं कि भारत के कुछ राज्यों के जिलों में मामले बढ़ें है लेकिन पूर्वोतर में असम को छोड़कर 16.2 प्रतिशत के वृद्धि दर से कोरोना के मामले पिछले सप्ताह बढ़े हैं। पूर्वोत्तर के सात में से चार राज्यों में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है जबकि अरूणाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह के कोविड पिक के करीब मामले दर्ज किए गए।

उन्होंने कहा कि हालांकि हम इनका केरल में पिछले एक सप्ताह (19 जुलाई – 25 जुलाई) में मिले कोविड के 1.1 लाख मामलों से तुलना नहीं कर सकते। यह लगातार तीसरा सप्ताह है जहां इस क्षेत्र में कोरोना के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई। पूर्वोत्तर में पांच सप्ताह पहले 20 से 27 जून के बीच साप्ताहिक मामलों में 14.5% की गिरावट आई थी.।इसके बाद अगले कुछ हफ्तों में इसकी संख्या में थोड़ा बदलाव आया लेकिन पिछले तीन हफ्तों में संक्रमण की दर लगातार बढ़ती चली गई। पिछले तीन हफ्तों में संक्रमण की दर 17.3%, 15% और 16.2% की वृद्धि दर रिकार्ड की गई।

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