जगदलपुर।छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में किरंदुल-कोत्तावालस रेललाइन के किरंदुल रेलखंड में 20 दिनों के भीतर दूसरी बार मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापटनम जा रही मालगाड़ी के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। कुछ डिब्बे आपस मे टकराकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
घटना शुक्रवार तड़के सवा चार बजे दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 24 किलोमीटर दूर कमलूर-भांसी स्टेशन के बीच (किलोमीटर नंबर 421) हुई। किरंदुल रेलखंड नक्सल प्रभावित इलाका है, इसलिए पहले घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ माना जा रहा था पर मौके से कोई नक्सली पर्चा आदि नहीं मिला है। इससे फिलहाल नक्सलियों का हाथ होने से पुलिस ने भी इन्कार किया है। ज्ञात हो कि 20 दिन पहले 26 नवंबर को इसी क्षेत्र में नक्सलियों ने पटरी उखाड़कर मालगाड़ी गिराई थी। रेल यातायात प्रभावित लौह अयस्क से भरी मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद किरंदुल-विशाखापटनम रेल लाइन पर ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है।
पटरी की मरम्मत में रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी जुट गए है। वहीं रेल लाइन से मालगाड़ी के डिब्बे उतरने की जांच की जा रही है। रेलवे के अधिकारियों के साथ सुरक्षा के लिए डीआरजी के जवान मौके पर जुटे हैं। दंतेवाड़ा एसपी डा. अभिषेक पल्लव ने कहा कि मौके से कोई नक्सली पर्चा नहीं मिला है। दुर्घटना स्थल पर पुलिस रेल सुरक्षा बल और सीआरपीएफ की टीम के साथ किरंदुल, बचेली दंतेवाड़ा से रेलवे के अधिकारी कर्मचारी पहुंचे हैं। कोरापुट से रिलीफ ट्रेन भेजी गई है। रेलमंडल विशाखापटनम से स्पेशल ट्रेन में एडीआरएम सुधीर गुप्ता वरिष्ठ अधिकारियों की टीम लेकर रवाना हो चुके हैं । यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब 19 दिनों बाद घटना के एक दिन पहले ही गुरुवार से किरंदुल एक्सप्रेस किरंदुल भेजी गई है। यह गाड़ी शुक्रवार से किरंदुल से संचालित होनी थी लेकिन मालगाड़ी दुर्घटना ने एक बार फिर इस ट्रेन को खड़ी कर दिया है।