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जिस तरह से मोदी शासनकाल में देश की राष्ट्रीय संपदा, संस्थान एवं उद्यमो का निजीकरण से दोहन और शोषण हुआ है, उसका असर राष्ट्र की जनता पर भी पड़ा है। और परिणाम भी सामने है, फिर चाहे वह सेल, टेल, स्फेस, इंडेन गैस ईंधन या रेल ही क्यों न हो। खमियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा ही।

  • सवारी गाडियां काा अनियमित संचालन और रद्दीकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है
  • 6 ट्रेनें फिर रद्द कर दी

बिलासपुर। बिलासपुर, रायपुर रेल मंडल के अंतर्गत सवारी गाड़ियों के अनियमित संचालन का सिलसिलाा निरंतर जारी है, सवारी गाड़ीयां का अनियमित संचालन और रद्दीकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है। रेलवे हर दिन अलग-अलग कारण बताकर यात्री गाड़ियों को रद्द कर रही है। इस दिशा में रेल मंत्रालय ना ही रेल्वे जोनल चेयरमैन जनहित में कोई ठोस कदम उठाते दिखता है। आए दिन रेल्वे कोई न कोई कारण बताकर रेल सवारी गाड़ियों का निरस्तकरण या रद्दीकरण होना बताता है। रेल के संचालन पर अब खुलेआम चर्चा होने लगी की इतिहास में मोदी शासनकाल का रेलविभाग सबसे लचर, अव्यवस्थित एवं अविश्वसनीय रहा है। एक तो रेल का निजीकरण से पूंजीपति अडानी, अंबानी बंधुओं को लाभ पहुंचाने का खेल दूसरा सवारी गाड़ियों को व्यवस्थित न कर रेल यात्री गाड़ियों में किराया वृद्धि कर रेल यात्रियों का दोहन और शोषण जनता भुला नहीं पा रही है। वही देशवासी आजाद भारत के लोकतांत्रिक ढांचे में सहजे, संवरे, बंधे, विस्तृत संवैधानिक, संपदा एवं उधम से भरे संस्थान जिस पर देश के प्रत्येक भारतवासियों का हक और अधिकार है। उस संसाधनों पर देश का कोई व्यक्ति देशवासियों का वोट देशसेवा के नाम पर गुमराह करते हुए वोट प्राप्त कर ले और बहुमत से सत्ताधीश बन तानाशाही करते रहे। तो देशवासी उन्हे केसे बर्दास्त करेगा। आज देश की राष्ट्रीय संपदा, संस्थान हो या उद्यम, सब खतरे में है। जनता अपना वोट देशसेवा के नाम सत्ता मठाधीशों को, धर्म के आडंबरों में लिपटे इंसानों को। इंसानों में वैमनस्यता फैलाने वाले ढोंगी बाबाओं प्रवचन कारो के, उन व्यक्तियों, नेताओं और पार्टियों को जो जाति,भाषा,राज्य के विकास की बात कर अलगांववाद से देश और देशवासियों को गुमराहित कर सत्ता पाने की ओर निरंतर कदम बढ़ा कर सत्ता पाने में लगे है। उनके बातो में, विचारो में घोषणा पत्र में फंसकर अपना वोट सौंपते रही है और सरकार बनने के बाद 5 साल 10 साल निरंतर उनके तानाशाही फरमान और नियम कानून को झेलते रही है। देश का हाल देश के किसी राज्य के कलकारखानो में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर से पूछे कि उनकी तनखाव्य क्या है, कितनी रोजी मजदूरी मिलती है, कितने कमीशन ठेकेदार काटते है। वेतन नियमित मिलती भी है या नही। और मकान है या नही। रसोई का सामान, भोजन , गैस सिलेंडर, बच्चो की पढ़ाई, फीस, और अनायास बीमारी पर डाक्टर की दवा के लिए पैसे की मासिक वेतन में कैसे गुजारा होता है। जी हां भारत और भारतवर्ष की सदृश शायद इस लेखन से भी कही ऊपर हो। यह तो एक छोटा सा उदाहरण रेल का अनियमित चलने और रद्द होने से उपजी यात्रियों एव रोजमर्रा के जीवन में सफर करने वाले आम यात्रियों के अलावा भी उन पेसिंजरो की है जो रेल को माध्यम बनाकर अन्यत्र काम काज के लिए सफर करते है। ट्रेनों के अवरुद्धता और अनियमितता से जो परेशानी उठानी पड़ती है, शायद उन दुरंतो, राजधानी और बंदे भारत ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को महसूस न हो। पर इतना तो निश्चित है कि जिस तरह से मोदी शासनकाल में देश की राष्ट्रीय संपदा, संस्थान एवं उद्यमो का निजीकरण का दोहन और शोषण हुआ है, उसका असर राष्ट्र की जनता पर भी पड़ा है। और परिणाम भी सामने है, फिर चाहे वह सेल, टेल, स्फेस, इंडेन गैस ईंधन या रेल ही क्यों न हो। खमियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा ही।

फिलहाल अब आए दिन रेल यात्री गाड़ियों का अनियमित होना, 5-5, 6-6 घंटे लेट लतीफी चलना, रद्दीकरण होना आम बात हो गई है। इस बीच रेलवे ने रक्षाबंधन से पहले रेल यात्रियों को बड़ा झटका दे दिया है 6 ट्रेनें फिर रद्द कर दी गई है। हिन्दूओ का भाइयों बहनों का तेव्हार। मोदी जी क्यों नही कहते भाइयों बहनों! राखी का समय ट्रेन को अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया है। बता दें कि SECR ने 6 ट्रेनें फिर रद्द कर दी है। ये ट्रेनें 1 से 9 सितंबर तक रद्द रहेंगी। बधवाबारा रेलवे स्टेशन में नॉन इंटरलोकिंग का काम किया जाएगा जिसके चलते इन ट्रेनों को रद्द किया गया है।

देखें लिस्ट : –

1. 01 से 09 सितम्बर तक रीवा से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18248 रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।

2. 31 अगस्त से 08 सितम्बर तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18247 बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस रद्द रहेगी।

3. 01 से 10 सितम्बर तक भोपाल से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18235 भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।

4. 30 अगस्त से 08 सितम्बर तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18236 बिलासपुर- भोपाल एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।

5. 01 से 07 सितम्बर तक रीवा से रवाना होने वाली गाडी संख्या 11751 रीवा-चिरिमिरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी।6. 02 से 08 सितम्बर तक चिरिमिरी से रवाना होने वाली गाडी संख्या 11752 चिरिमिरी-रीवा एक्सप्रेस रद्द रहेगी।

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