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किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को अब उनके जिला मुख्यालय में ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा

 छत्तीसगढ़ के 27 जिलों के जिला अस्पताल में फ्री में डायलिसिस किया जाता है।

रायपुर । प्राय: यह देखा जा रहा है कि बढ़ती उम्र के साथ तरह – तरह की बीमारियां भी आमजनों को जकड़ने लग रही है, जैसे-जैसे उम्र की दहलीज बढ़ती जाती है बीमारियां भी बढ़ती जाती है. बीमारियां बढ़ने के साथ-साथ घर की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ जाती है। आज युवा हो चाहें बुजुर्ग बी पी, शुगर आम बात हो चली है इन बीमारियों का शरीर में जन्म लेते ही इंसान मरीज बन जाता है, और मरीजी की हालत में उनके शरीर में संबंधित रोग बनते जाते है उन बीमारियों से एक बीमारी है किडनी में संक्रमण। अगर किसी मरीज को किडनी में संक्रमण हो गया हो तो उन मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए लाखों रुपए खर्च करने पड़ते है, जिससे उनके घर परिवार की आर्थिक दशा, दिशा बदतर होने लगती है। लेकिन अब वे मरीज व उनके परिवार परेशान ना होवें।

छत्तीसगढ़ देश का एक राज्य है जो किडनी के मरीजों के डायलिसिस के इलाज के लिए निशुल्क सुविधा देता है।छत्तीसगढ़ राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार विस्तार एवं वृद्धि हो रहा है. राज्य के 27 जिला चिकित्सालयों में डायलिसिस की सुविधा विकसित कर ली गई है, इससे किडनी रोगों से पीड़ितों मरीजों को अब उनके जिला मुख्यालय में ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के मरीजों को अब डायलिसिस के लिए बड़े शहरों का रूख नहीं करना पड़ रहा है, किडनी संबंधी रोग से ग्रस्त मरीज को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराना पड़ता है। इससे उन पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ता है, स्थानीय स्तर पर ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिलने से अब इसके मरीजों को बड़ी राहत मिली है।

छत्तीसगढ़ के इन जिलों में फ्री में डायलिसिस की सुविधा शुरू हो चुकी है

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री व डिप्टी सीएम टी.एस. सिंहदेव की पहल पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम ‘जीवन धारा’ और जिला खनिज न्यास निधि  से राज्य के 27 जिला मुख्यालयों तथा देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायलिसिस की सुविधा प्रारंभ की जा चुकी है. ‘जीवन धारा’ के अंतर्गत दुर्ग, कांकेर, बिलासपुर, महासमुंद, कोरबा, सरगुजा, जशपुर, बीजापुर, रायपुर, जांजगीर, जगदलपुर, गरियाबंद, मुंगेली, धमतरी, बलौदाबाजार, बैकुंठपुर, सूरजपुर, कवर्धा, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही एवं सुकमा जिला चिकित्सालय तथा देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ के 24 अस्पतालों में कुल 106 डायलिसिस मशीनें स्थापित की गई हैं, जहां अब तक 87 हजार 321 डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में इन अस्पतालों में किडनी रोगों से जूझ रहे मरीजों के कुल 46 हजार 679 डायलिसिस सेशन किए गए हैं। प्रदेश के चार अन्य जिला अस्पतालों दंतेवाड़ा, बलरामपुर, रायगढ़ और कोंडागांव में जिला खनिज न्यास निधि से डायलिसिस की मशीनें स्थापित कर यह सुविधा प्रदान की जा रही है, दंतेवाड़ा में चार, बलरामपुर और रायगढ़ में तीन-तीन तथा कोण्डागांव में एक डायलिसिस मशीन संचालित है।

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