
व्लादिमीर पुतिन ने रूस के बड़े उद्योगपतियों के साथ रविवार को बैठक भी की थी और कहा कि जंग जरूरी थी।
मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ने के फैसला का नुकसान रूस को भी उठाना पड़ रहा है। जंग की शुरुआत के साथ पिछले कुछ दिनों में रूस के स्टॉक मार्केट में तेज गिरावट आई है और रूसी मुद्रा रूबेल भी गिरा है। ऐसे में यहां के अरबपतियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।
इस बीच रविवार को पुतिन ने देश के बड़े उद्योगपतियों के साथ बैठक की और उन्हें बताया कि जो अभी हो रहा है वह बेहज जरूरी था। रिपोर्ट्स के अनुसार पुतिन द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कम से कम 13 अरबपति मौजूद थे। पुतिन ने उनसे कहा, ‘हमारे पास कुछ और करने का कोई विकल्प नहीं बचा था।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक किसी अरबपति ने पुतिन की बातों पर कोई टिप्पणी नहीं की।
125 बिलियन डॉलर का हुआ नुकसान
फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले के बाद से वहां के 116 से ज्यादा अरबपतियों को 126 अरब डॉलर (95,41,98,00,00,000 रुपये) का नुकसान हो चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें से रूस के Moex इंडेक्स के 33% नीचे बंद होने और रूबल के डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिरने के बाद गुरुवार को ही अनुमानित तौर पर 71 बिलियन डॉलर स्वाहा हो गए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रेमलिन में गुरुवार को कम से कम पांच बड़े अरबपति – अलेकपेरोव, मिखेलसन, मोर्दाशोव, पोटानिन और केरीमोव को दिन के सबसे बड़े नुकसान हुए थे। कुल मिलाकर गुरुवार को कम से कम 11 रूसी अरबपतियों को 1 अरब डॉलर या उससे अधिक का नुकसान हुआ।
पिछले ही हफ्ते की शुरुआत में ब्रिटिश सरकार ने पुतिन के पूर्व दामाद (और पूर्व अरबपति) किरिल शामलोव सहित कई अरबपतियों पर कड़े प्रतिबंध लाने की घोषणा की थी। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ब्रिटेन ने रूस के बैंकों की संपत्ति फ्रीज करने और रूसी नागरिकों पर यूके के बैंक खाते में $ 66,000 (50,000 पाउंड) से अधिक रखने पर भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।