
नवभारत टाइम्स की महिला पत्रकार पूनम पांडेय को हिरासत में लिए जाने की खबर है. पूनम को सोमवार को कर्तव्य पथ पर एक प्रदर्शन को कवर करने के दौरान हिरासत में ले लिया गया था.बता दें कि पूनम पांडेय नवभारत टाइम्स में विशेष संवाददाता/असिस्टेंट एडिटर हैं. वह बीजेपी, आरएसएस और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले कवर करती हैं.प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पत्र जारी कर महिला जर्नलिस्ट पूनम पांडेय को हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की है. पीसीआई ने कहा कि, “पत्रकार बिरादरी की ओर से पीसीआई प्रबंधन इसमें शामिल सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग करता है और भविष्य में पत्रकारों के खिलाफ मनमानी कार्रवाई की निंदा करता है।पीसीआई की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि, “साउथ ब्लॉक से अपने कार्यालय लौट रही पांडेय महिला आरक्षण की मांग कर रही महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को कवर करने के लिए रास्ते में रुकी थीं. हालांकि प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने वाले पुलिसकर्मियों ने उन्हें विरोध प्रदर्शन को कवर करने से शारीरिक रुप से रोका और बाद में पत्रकार के रुप में अपनी पहचान बताने के बावजूद उन्हें घेर लिया गया.”“पत्रकारिता अपराध नहीं है, लेकिन पत्रकारों को चुप कराना निश्चित रुप से लोकतंत्र के खिलाफ अपराध है. एक महिला पत्रकार को उसके कर्तव्यों का पालन करने से डराने और हिरासत में लेने तथा शारीरिक बल का प्रयोग करके उसे घेरने से संबंधित सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया गया कृत्य है, जिसका खौफनाक असर हो सकता है.”पीसीआई ने स्वतंत्र जांच की मांग की है. यह भी बताने की मांग की गई है कि सत्ता में बैठे किन लोगों के इशारे पर पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश जारी किया जा रहा है.