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आउटलुक टीम
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देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद उनकी जगह खाली हो गई है। जिसके बाद सेना में कुछ समय के लिए फिर से पुरानी व्यवस्था वापस आ गई है। तीन सेवा प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया है। तीनों सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने का काम अब जनरल एमएम नरवणे करेंगे। इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं।
बता दें कि सीडीएस के कार्यालय के अस्तित्व में आने से पहले सेना के वरिष्ठ अधिकारी को चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में चुना जाता था, जो तीनों थल, जल और वायु सेना के बीच तालमेल बनाकर रखता था।
सूत्रों ने बताया कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से जनरल नरवणे के सबसे वरिष्ठ होने के कारण उन्हें कमेटी के अध्यक्ष का पदभार सौंपा गया है। सीडीएस पद के गठन से पहले आमतौर पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष बनाया जाता था।
बता दें कि सरकार जल्द ही अगले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) की नियुक्ति करने की प्रक्रिया शुरू करेगी और इस पद की दौड़ में सबसे आगे सेना प्रमुख जनरल एम.एम.नरवणे हैं। जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद यह पद खाली हो गया है। सरकार द्वारा यह कदम उस वक्त उठाया जा रहा है जब कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों का कहना है कि जनरल नरवणे को इस पद पर नियुक्त करना विवेकपूर्ण कदम होगा क्योंकि वह पांच महीने के अंदर सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे।