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इंदौर की एक मां का दर्द:पड़ोसी छात्र ने बेटी के फोटो इंस्टाग्राम पर डाले, पति को पीटा; शिकायत करने गए तो पुलिस ने धमकाकर लौटाया

इंदौर की एक बेटी और उसका परिवार इन दिनों मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजर रहा है। 12वीं की इस छात्रा के फोटो उसके सहपाठी छात्र ने इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिए थे। छात्रा के परिजन ने जब उसे समझाने बुलाया तो उसने ना केवल फोटो हटाने से मना कर दिया, बल्कि छात्रा के पिता को ही पीट दिया।

यही नहीं जब इस बात की शिकायत करने छात्रा अपने माता-पिता के साथ पुलिस के पास पहुंची, तो उन्होंने भी उनकी नहीं सुनी। पुलिस ने तीन बार उन्हें लौटा दिया, साथ ही धमकाया भी। अपने साथ पढ़ने वाले छात्र की हरकत और पुलिस के रवैए से छात्रा डिप्रेशन में चली गई। आखिरकार उसके पिता को सीएम हेल्पलाइन पर गुहार लगानी पड़ी।

इसके बाद ही आरोपी छात्र पर पुलिस ने केस दर्ज किया। बेटी के डिप्रेशन में चले जाने से उसकी मां की आंखें नम हैं। बेटी का दर्द बताते हुए मां के आंसू छलक पड़ते हैं।

पढ़िए बेटी के लिए मां का दर्द, उन्हीं की जुबानी

हम चंदनगर थाने के राजनगर में रहते हैं। मेरी बेटी 12वीं में पढ़ती है। साथ पढ़ने वाले छात्र ने बेटी के फोटो इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिए। हमने उसे उसके परिवार के सामने समझाया, लेकिन उसने मोबाइल का लॉक तक खोलने नहीं दिया। उल्टा मेरे पति को पीटकर वो भाग गया।

वो मेरी बेटी से जबरदस्ती दोस्ती करने के लिए पीछे पड़ा रहा। मेरी बेटी डिप्रेशन में चली गई। बेटी के साथ हम पुलिस के पास पहुंचे तो उन्होंने हमारी एक न सुनी। पुलिसवालों के रवैए से भी वह दुखी है। उसका डिप्रेशन दूर करने के लिए हमें चाइल्ड लाइन के काउंसलर की मदद लेनी पड़ी। मेरे पति ने सीएम हेल्पलाइन पर गुहार लगाई है।

दोस्तों से कहता- वह मेरी गर्लफ्रेंड है

पीड़िता की मां ने आगे बताया- हमारे परिवार को आरोपी छात्र की ओर धमकियां मिल रही हैं। हमारी बेटी ही नहीं उसके मोबाइल में और भी लड़कियों के वीडियो-फोटो हो सकते हैं। वह मेरी बेटी को ब्लैकमेल करता है। दोस्तों को बताता, कि वह मेरी गर्लफ्रेंड है। धमकी देने लगा।

जब हमने रिपोर्ट लिखाने की बात कही तो बेटी पर इल्जाम लगाने लगा। हमारे परिचित को भी धमकी दी। जब उसने बात नहीं मानी तो हम चंदन नगर थाने पहुंचे। वहां बैठे जवानों ने हमें लौटा दिया। ऐसा तीन बार हुआ।

थाने के स्टाफ ने हमें डराया-धमकाया

हम हर बार आवेदन लेकर गए और थाने पर बैठे जवानों ने हमें तीनों बार लौटा दिया। इसके बाद हमने TI और ACP से मुलाकात की। तब जाकर रिपोर्ट दर्ज हुई। इतना होने पर भी थाने के स्टाफ ने हमें डराया-धमकाया। हेल्पलाइन नंबर 181 पर शिकायत की, तो भी कार्रवाई नहीं हुई।

महिला एवं बाल विकास विभाग और चाइल्ड लाइन में भी शिकायत की। शिकायत के बाद पहली बार जब थाने बुलाया तो बेटी नर्वस हो गई। डिप्रेशन में चली गई। बाद में चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग हुई। इसके बाद वह थोड़ी ठीक हो पाई।

मेरे तीन आवेदन थाने से वापस आ गए। जिसकी रसीद मेरे पास है। मैंने इस मामले में दो बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की। बेटी को अकेले कमरे में पुलिसकर्मी ले गए। उसके बयान के आधार पर जमानती धाराओं में केस दर्ज किया।

चंदन नगर पुलिस ने कार्रवाई करने की बात कर हमें घर भेज दिया। थाने से हमारे पास सुबह भी खबर पहुंचाई थी, जो किया अच्छा नहीं किया। हम तुम्हें देख लेंगे। FIR के बाद हमें फिर थाने बुलाया गया।

हमारे पास पुलिस की धमकियों की रिकॉर्डिंग

अब थाने जाने में भी हमें डर लगता है। हमें कहीं फंसा न दें। पुलिस ने यही कहा था कि कार्रवाई आगे बढ़ाना चाहते हैं या समझौता करना चाहते हैं। हमारे पास मोबाइल में धमकियों की रिकॉर्डिंग भी है। पुलिस मांग रही है। हमें डर है कि वह डिलीट नहीं कर दे। मेरा एक सात साल का बेटा दिव्यांग है।

एक बेटा छोटा है, पति घर पर नहीं होते हैं, तो डर सताता है कि बच्ची के साथ कुछ गलत नहीं हो जाए। दो-तीन दिन हमें परेशान किया तो हमने वकील के जरिए ऑनलाइन आवेदन दिया।

थाने में बदसलूकी की जांच कराएंगे: TI

चंदन नगर TI दिलीप पुरी ने बताया, छात्रा के माता-पिता थाने आए थे। पर वे बेटी को नहीं ला रहे थे। ऐसी स्थिति में FIR नहीं लिखी जा सकती। जैसे ही वे बेटी को लेकर आए, उसने अपने हाथ से आवेदन पत्र लिखकर छात्र की शिकायत की, जिसके बाद हमने केस दर्ज कर लिया।

इस संबंध में सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी बता चुका हूं। यदि थाने में छात्रा या उसके माता-पिता के साथ किसी तरह की बदसलूकी हुई होगी तो इसकी जांच कराएंगे।

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