
नई दिल्ली। स्ट्रेस फ्री रहकर आप बड़ी से बड़ी मुसीबत को आसानी से हैंडल कर सकते हैं, लेेकिन आजकल जिस तरह की जिंदगी हम जी रहे हैं, उसमें स्ट्रेस फ्री रहना एक टास्क बन चुका है। सबसे अजीब बात जो देखने को मिलने रही है वो है कि तनाव, एंग्जाइटी की गिरफ्त में सिर्फ बड़े ही नहीं हैं, बल्कि बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं। मेंटल हेल्थ को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी के चलते लोग इस पर बात करने और एक्सपर्ट की सलाह लेने से हिचकिचाते हैं। मेंटल हेल्थ को लंबे समय तक इग्नोर करना कई तरह की सेहत संबंधी परेशानियों की वजह बन सकता है। स्ट्रेस दूर करने के लिए मेडिटेशन, ट्रैवल, अपनों से बातचीत करने जैसी सलाह दी जाती है और नो डाउट ये काम भी करता है, लेकिन एक और थेरेपी है, जो स्ट्रेस, एंग्जाइटी से निपटने में कारगर हो सकती है, ये है ब्लू माइंड थेेरेपी।