छत्तीसगढ़

हड़ताल, धान खरीदी का बहिष्कार करने की चेतावनी

Publish Date: | Mon, 15 Nov 2021 12:25 AM (IST)

लाहोद। प्रदेश में एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की शुरू होगी। लेकिन इसके लिए समितियों में अब तक कोई तैयारी नहीं हो पाई है। इसका मुख्य कारण समितियों के संचालकों और कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाना है। कर्मचारियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर धान खरीदी का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।प्रदेशभर के सहकारी कर्मचारी पिछले आठ नवंबर से हड़ताल पर है। इसके चलते सोसाइटियों में न ही खाद्य वितरण, खाद्यान्ना वितरण सहित अन्य प्रकार का काम प्रभावित है। वही, पंजीयन 17 तारीख तक बढ़ाए जाने से छुटे हुए किसानों का पंजीयन काम प्रभावित हो रहा है। एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू होनी है, लेकिन तैयारियों के नाम पर कुछ भी नहीं हो पाया है। सहकारी समिति के पदाधिकारियों का कहना है इस बार सोसाइटी के कर्मचारी जब तक मांगें पूरी नहीं होती लड़ाई जारी रहेगी। लवन शाखा अंतर्गत 11 उपार्जन केंद्र तिल्दा, बरदा, खैरा, सिरियाडीह, कोयदा, कोहरौद, सरखोर, अहिल्दा, लवन, मुंडा, भालूकोना सोसाइटी है। इन 11 सोसाइटियों में 100 कर्मचारी कर्मचारी कार्यरत हैं। सहकारी समिति जिला संघ बलौदाबाजार व प्रांतीय संगठन के कार्यकारिणी सदस्य रामकुमार साहू ने बताया कि हमारी शासन से पांच सूत्रीय मांगें लंबित है। इस कारण बाध्य होकर आंदोलन का सहारा लेना पड़ा। हमारी प्रमुख मांगें धान खरीदी में सुखत की समस्या व अतिरिक्त खर्च की राशि को समिति को वापस की जाए, जिला सहकारी बैंक में खाली रिक्त पद पर 100 प्रतिशत संविलियन की जाए, अन्य शासकीय विभाग के सरकारी कर्मचारी की भांति सभी कर्मचारियों को सुविधा मुहैया दी जाए, धान खरीदी 2021-22 में आवश्यक नीति में संशोधन की जाए, राज्य सरकार द्वारा किए गए घोषणा पत्र में 200 करोड़ का अनुदान प्रदान करना। उपरोक्त इन पांच मांगों को पूरा नहीं किए जाने पर धान खरीदी का बहिष्कार किया जाएगा।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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