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गोंडा रेलवे स्टेशन से गोरखपुर वाया डिब्रूगढ़ जा रही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) की 14 बोगियां पटरी से उतर नीचे पानी से भरे खेत में पलटी।

गोंडा रेलवे स्टेशन से गोरखपुर वाया डिब्रूगढ़ जा रही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) की 14 बोगियां पटरी से उतरकर पलट गईं।

गोंडा (ए)। गोंडा रेलवे स्टेशन से गोरखपुर वाया डिब्रूगढ़ जा रही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) की 14 बोगियां पटरी से उतरकर पलट गईं। इनमें दो एसी कोच रेल पटरी के बगल खेत में भरे पानी में पलट गये। इससे पहले तेज रफ्तार ट्रेन के दो कोच बेपटरी हो गये। हादसा गोंडा-गोरखपुर रेल मार्ग पर मोतीगंज से झिलाही बाजार के बीच पिकौरा गांव के पास हुआ है। इसमें दो यात्रियों की मौके पर मौत हो गई, दो अन्य मरणासन्न हालत में लखनऊ रेफर कर दिये गये। कुल 31 रेलयात्री घायल हैं। हादसे की प्रारंभिक वजह बारिश से पटरी के दोनों तरफ जलभराव होने से ट्रैक का बैठना बताया जा रहा है। बोगियों के बेपटरी होने से लगभग 500 मीटर ट्रैक उखड़ गया, जबकि इलेक्ट्रिक लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई।दुर्घटना के बाद डीएम नेहा शर्मा और एसपी विनीत जायसवाल के साथ अन्य अफसरों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य तेज कराया। डीएम ने बताया कि दो शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जबकि घायलों का बेहतर उपचार कराया जा रहा है। आसपास के ग्रामीणों ने पलटे एसी कोच के शीशे तोड़कर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। एसडीआरएफ, पुलिस व आरपीएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया।

पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने दो रेल यात्रियों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि इनकी शिनाख्त की जा रही है। हादसे में 31 रेल यात्री घायल हुए हैं, जिनमें दो गंभीर हैं। 26 घायलों को मनकापुर सीएचसी व तीन अन्य घायलों को सीएचसी काजीदेवर में भर्ती कराया गया है। नौ घायलों को गोंडा मेडिकल कॉलेज लाया गया हैं। पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिये गये हैं। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन चंडीगढ़ से बुधवार की रात 11.59 बजे डिब्रूगढ़ के लिए चली थी। बृहस्पतिवार को ट्रेन गोंडा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 2.25 बजे पहुंची थी और 2.28 बजे रवाना हुई। गोंडा मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर मोतीगंज-झिलाही बाजार के बीच में पिकौरा गांव के पास ट्रेन करीब 2.41 बजे पहुंची थी। जहां ट्रेन बेपटरी होकर पलट गई। 24 बोगियों वाली ट्रेन के इंजन के बाद एसी की छह बोगियां लगीं थीं, जिसमें दो बोगी पटरी से उतरकर नीचे गिरीं, इसके बाद एसी की चार अन्य बोगियां भी पटरी से लटक गईं। गाड़ी की रफ्तार सौ किमी प्रतिघंटे से अधिक होने के चलते अचानक ब्रेक लगाना प्रमुख कारण रहा। बताया जा रहा है कि इसके बाद ट्रेन के करीब आठ अन्य बोगियां भी पटरी से उतरकर गईं। देर शाम तक एसी की दो बोगियां पटरी के नीचे पानी में पड़ी हैं।

यात्रियों ने इसमें कुछ लोगों के फंसे होने की जानकारी दी गई। इस पर एनडीआरएफ की टीम ने बोगियों को खंगाला। देर शाम तक बोगियों की पड़ताल हुई, किसी के फंसे होने की पुष्टि हो प्रशासन ने नहीं की। हादसे में गोंडा-गोरखपुर रेलवे लाइन की करीब 200 मीटर तक की लाइन भी उखड़ गई है, वहीं इलेक्ट्रानिक तार भी टूट गये हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही यात्रियों को मनकापुर रेलवे स्टेशन भेजा गया। जहां से उन्हें आगे की यात्रा के लिए ट्रेन मिल सके। हादसे के चलते 11 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया।

पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों की मदद की कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।

रेल यात्रियों की मदद एवं अन्य जानकारी के लिए रेलवे द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी

रेल यात्रियों की मदद एवं अन्य जानकारी के लिए रेलवे द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं।

ट्रेनों का रूट डायवर्ट

हादसे के चलते इस रूट पर आने व जाने वाली सभी ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया है। लखनऊ से वाया अयोध्या गोरखपुर के लिए ट्रेनें रवाना की जाएंगी। गोंडा के लिए 8957400965, लखनऊ के लिए 8957409292, सीवान के लिए 9026624251, छपरा के लिए 8303979217 तथा देवरिया सदर के लिए 8303098950 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। वहीं डीएम गोंडा ने कंट्रेाल रूम का नंबर 05262- 230125, 358560 नंबर जारी किया है।

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार 12555 गोरखपुर-बठिण्डा गोरखधाम एक्सप्रेस, 12553 सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस, 15273 रक्सौल-आनन्द विहार टर्मिनस सत्याग्रह गोंडा में हुए ट्रेन हादसे के बाद जिले से होकर छह ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसको लेकर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने आदेश जारी कर दिया है। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त प्रबंध किए गए हैं। साथ ही सतर्कता भी बढ़ा दी गई है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 12555 गोरखपुर-बठिण्डा गोरखधाम एक्सप्रेस, 12553 सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस, 15273 रक्सौल-आनन्द विहार टर्मिनस सत्याग्रह एक्सप्रेस, 19038 बरौनी-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस, 22537 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस कुशीनगर एक्सप्रेस, 13019 हावड़ा-काठगोदाम बाघ एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन किया गया है। इसे बढ़नी-गोंडा के रास्ते चलाया जाना है। ऐसे में यह ट्रेन गोंडा से होकर गुजरेगी।ट्रेनों के परिचालन के साथ ही स्टेशन पर चौकसी बढ़ाई गई है। रेलवे सुरक्षा बल को ट्रेनों के आवागमन के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने को कहा गया है। वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि डॉक्टरों की टीम व एंबुलेंस को तैयार कर दिया गया है। जैसे ही गोंडा से मांग होती है, उन्हें रवाना कर दिया जाएगा।

पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर के अनुसार चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे की रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) जांच करेंगे। रेल मंत्रालय ने हादसे में मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख, गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख और सामान्य चोटिल मुसाफिरों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। दुर्घटना में घायलों को गोंडा मेडिकल कॉलेज में इलाज अधिकारियों की निगरानी में हो रहा है। सीडीओ एम. अरुन्मौली ने सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा के साथ घायलों का हाल जाना। सीडीओ ने बताया कि मरीजों के इलाज के विशेष इंतजाम किये गये हैं। वहीं रेल हादसे की पड़ताल के लिए पुलिस महकमे के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। देर शाम तक अधिकारी मौके पर डटे रहे। रेल हादसे में सुरक्षित बचे हजारों की संख्या में यात्रियों को मनकापुर रेलवे स्टेशन भेजा गया था। उन्हें बस्ती, गोरखपुर, देवरिया होते हुए डिब्रूगढ़ से जाने वाले यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने इंतजाम किये। आनन-फानन में चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन की तरह की एक ट्रेन गोमतीनगर से बनकर मनकापुर पहुंची। जिसमें यात्री सवार हुए और उन्हें लेकर ट्रेन रवाना हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा जिले में बृहस्पतिवार को हुए रेल हादसे का संज्ञान लेकर अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य तेजी से कराने का निर्देश दिया। उन्होंने घायलों के समुचित इलाज कराने का भी निर्देश दिया। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों को पीड़ितों को हरसंभव मदद मुहैया कराने को कहा। बता दें कि हादसे के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। साथ ही, नजदीकी जिलों में तैनात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी तत्काल मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए गये।

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