Publish Date: | Sat, 30 Oct 2021 02:00 PM (IST)
बिलासपुर।Highcourt News Chhattisgarh: छत्तीसगढ हाई कोर्ट में दो से सात नवंबर तक हाई कोर्ट में अवकाश रहेगा। छह नवंबर को शनिवार व सात को रविवार है। आठ नवंबर को सोमवार है। इसी दिन से हाई कोर्ट में नियमित कामकाज प्रारंभ होगा। हाई कोर्ट में जमानत मामलों की बढती पेंडेंसी और दिवाली अवकाश को देखते हुए चीफ जस्टिस एके गोस्वामी ने नई व्यवस्था की है। अवकाश के पहले तक जमानत याचिकाओं पर छह बेंचों में सुनवाई की व्यवस्था की है। चीपफ जस्टिस के निर्देश पर अमल होना प्रारंभ हो गया हैै।हाई कोर्ट में जमानत के मामलो में बढ़ती पेंडेंसी को देखते हुए चीफ जस्टिस ने नई रोस्टर व्यवस्था लागू की है। नई व्यस्था के तहत अब दिवाली अवकाश के पहले तक छह बेचों में जमानत मामलों की सुनवाई हो रही है। एक्टिंग चीफ जस्टिस प्रशान्त मिश्रा के कार्यालय में जमानत के मामलो की जल्दी सुनवाई करने के लिए चार बेंचों में मामले सुनने की व्यवस्था बनाई गई थी।चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी ने पुरानी व्यवस्था लागू कर दी थी,जिसकी वजह से सिर्फ जस्टिस एनके चंद्रवंशी की बेंच में ही जमानत मामलो की सुनवाई हो पा रही थी। एक ही बेंच में सुनवाई होने के कारण जमानत के प्रकरणों की पेंडेंसी बढ़ती गई। वकीलों ने जमानत मामलों की सुनवाई के लिए अतिरिक्त बैंच गठन की मांग चीफ जस्टिस से की थी।वकीलों की मांग को स्वीकार करते हुए जमानत के बढते पेेंडेंसी को ध्यान मेें रखते हुए व्यवस्था लागू करते हुए जमानत याचिका पर छह जजो के यहां सुनवाई का निर्देश जारी किया है। जमानत याचिकाओं का निराकरण करने के उद्देश्य से रजिस्ट्रार जनरल ने बेचों का गठन किया है जो अस्थाईतौर पर सिर्फ दिवाली अवकाश के पूर्व तक ही जमानत याचिकाओं की सुनवाई करेंगे।नई व्यवस्था के तहत जस्टिस एनके चंद्रवंशी के अलावा जस्टिस गौतम चौरड़िया, ,जस्टिस रजनी दुबे, जस्टिस पीपी साहू, जस्टिस एनके व्यास, जस्टिस दीपक तिवारी की बेंच में जमानत याचिकाओं की सुनवाई हो रही हैं।
Posted By: anil.kurrey