
Hasdeo Bachao Andolan: रायपुर ( राज्य ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य में कोयला खदानों का विरोध कर रहे हसदेव बचाओ संघर्ष समिति के आदिवासियों ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राहुल से कहा कि सरकार बनने से पहले कांग्रेस ने जो वादा किया था, अब उससे मुकर रही है। हसदेव क्षेत्र में कोल ब्लाक खनन कि राज्य सरकार अनुमति दे रही है।प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सघन वन क्षेत्र बचाने के लिए कोल ब्लाक की अनुमति पर रोक लगाना जरूरी है। छत्तीगसढ़ बचाओ आंदोलन (सीबीए) के संयोजक आलोक शुक्ला ने बताया कि राहुल गांधी से करीब एक घंटे तक दिल्ली में चर्चा हुई। राहुल को बताया गया कि वर्ष 2015 में छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान वादा किया था कि कांग्रेस सरकार में आई तो जंगल को बचाया जाएगा। लेकिन सरकार में आने के बाद भाजपा सरकार की तर्ज पर ही काम शुरू हो गया।प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि चुनाव में आदिवासी समाज ने कांग्रेस उम्मीदवार को इस उम्मीद से जीताया कि सत्ता परिवर्तन से जनपक्षीय कानूनों का पालन होगा। आदिवासी अधिकारों का हनन और कार्पोरेट मनमानी पर रोक नहीं लगी है। हसदेव अरण्य क्षेत्र के पतुरिया-गिद्धमुड़ी कोल ब्लाक का एमडीओ अड़ानी समूह को दे दिया गया है। प्रतिनिधिमंडल में उमेश्वर सिंह आर्मो, रामलाल करियाम, जयनंदन पोर्ते, धन साय, बसंती दीवान, शकुंतला एक्का सहित अन्य थे।शुक्ला ने बताया कि हाल ही में राज्य सरकार ने कोल खनन की अनुमति दी, लेकिन मंत्री अकबर गलत जानकारी दे रहे हैं। स्टेज एक स्वीकृति के बाद ही ग्रामीणों ने फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। 75 दिनों तक धरना करके मामले को संज्ञान में लाया गया था, लेकिन जांच किए बिना कंप्लायंस रिपोर्ट भेज देना और वन स्वीकृति की सहमति देना स्पष्ट करता है कि नियमो को अनदेखी कर, आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को कुचल कर खनन परियोजना आगे बढ़ाने में सरकार बराबर की सहयोगी है।
Posted By: Ravindra Thengdi