क्राइमछत्तीसगढ़

आरक्षक भर्ती में नौकरी का झांसा देकर बांट दिया फर्जी नियुक्ति पत्र, पुलिस ने मुख्य आरोपित को दबोचा

राजनांदगांव।  बेरोजगार युवाओं को पुलिस आरक्षक भर्ती में नौकरी दिलाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपित दिग्विजय वार्ड 33 सियाराम गली निवासी अफजल हुसैन (50 वर्षीय) को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले भी पुलिस दो आरोपित पीयुष वाडेरा और अमित सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

आरक्षक भर्ती के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देने वाला मुख्य आरोपित अफजल फरार था, जिसे कोतवाली पुलिस ने दबोचकर जेल भेजा है। आरोपितों ने बेरोजगार युवाओं का आरक्षक भर्ती में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख 25 हजार रुपये की ठगी की थी। कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक एमन साहू ने बताया कि मामला बीते वर्ष 2017-18 का है। इसकी शिकायत गातापार नवागांव कंवर के संतोष कुमार धुर्वे ने बीते 25 जनवरी 2024 को कोतवाली थाने में की थी।

विवेचना के दौरान दूसरे दिन 26 जनवरी को धोखाधड़ी के दो आरोपित शिक्षक कालोनी वार्ड पांच निवासी पीयुष वाडेरा और भिलाई जामुल एलआजी 312 हाउसिंग बोर्ड निवासी अमित सिंह को गिरफ्तार किया था। मामले में अफजल हुसैन के साथ अब्दुल हुसैन खान भी शामिल था, जो फरार है। आरोपितों ने बीते 12 मई 2018 से 23 जनवरी 2024 के बीच अलग-अलग तारीख में शहर के महावीर चौक व रायपुर बुलाकर रुपये लूटे।

प्रार्थी संतोष के बेटे रुपेश से आरोपितों ने तीन लाख 25 हजार रुपये, चंद्रपाल नेताम से दो लाख रुपये पुलिस आरक्षक के पद पर चयन होने का फर्जी नियुक्ति पत्र और वर्दी देकर धोखाधड़ी किया। निरीक्षक एमन साहू ने बताया कि मुख्य आरोपित अफजल हुसैन के खिलाफ पहले भी बसंतपुर थाना में धारा 420, 467, 468, 471 व 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध है। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।

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