छत्तीसगढ़

Chhattisgarh Politics On Kawardha Case: कवर्धा पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष साय बोले- सरकार के खिलाफ चल रहा धर्मयुद्ध

Publish Date: | Sat, 30 Oct 2021 11:05 AM (IST)

Chhattisgarh Politics On Kawardha Case: रायपुर (राज्य ब्यूरो)। छत्‍तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा के बाद मचे राजनीतिक घमासान के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव सहित अन्य नेता शुक्रवार को कवर्धा पहुंचे। इससे पहले मंत्री मोहम्मद अकबर 300 गाड़ियों के काफिले के साथ गए थे। भाजपा नेताओं ने जेल में बंद कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनके स्वजनों से मुलाकात करके सरकार के खिलाफ आक्रामक बयान दिया।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा यह धर्म युद्ध है, जो कांग्रेस की आततायी सरकार कबीरधाम की जनता के खिलाफ लड़ रही हैं। भूपेश सरकार की पुलिस मुंह देखकर कार्रवाई कर रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे अपराध दर्ज किए जा रहे हैं। जिन्होंने कबीरधाम के सौहार्द को खंडित किया है, उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जा रहा। साय ने घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की।सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि महासमुंद के कांग्रेसी विधायक और संसदीय सचिव ने शासकीय कर्मचारी को इतना मारा कि उसकी आंख से खून निकल आया, लेकिन इस आपराधिक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि विजय शर्मा ने या हम 14 लोगों ने किसे मारा है, जिनके खिलाफ इस सरकार ने मुकदमे दर्ज किए हैं।पांडेय ने कहा कि यह विद्वेष की राजनीति है। भाजपा जेल में बंद अपने कार्यकर्ता और उनके स्‍वजनों के साथ है। कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान संगठन महामंत्री संगठन पवन साय, अभिषेक सिंह, अमित साहू, नंदन जैन, अनुराग अग्रवाल मौजूद थे। नेताओं ने कबीरधाम जेल जाकर भाजपा प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, सुखचैन यादव से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना।धर्म को धर्म से लड़ाकर भाजपा राजनीतिक रोटी सेंकना चाहती है: कांग्रेसप्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि विष्णुदेव साय का कवर्धा जाना और जेल में बंद दंगा के आरोपी से मिलना, कांग्रेस के उस आरोप को प्रमाणित करता है कि कवर्धा में अशांति फैलाने के पीछे भाजपा का हाथ है। भाजपा जिस राज्य में सत्ता में नहीं होती है, वहां धर्म से धर्म को लड़ाकर संप्रदायिकता की आग फैलाकर अपनी राजनीतिक रोटी को सेंकना चाहती है।दंगा और सांप्रदायिकता फैलाने वालों के साथ भाजपा खड़ी है। साय को कवर्धा में अशांति फैलाने के पीछे भाजपा और संघ कार्यकर्ताओ का हाथ होने के लिए माफी मांगनी थी, लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगकर साबित किया कि वहां के नेताओं ने जो किया वह भाजपा का एजेंडा था। साय ने कवर्धा की जनता के साथ किसी प्रकार का संवाद स्थापित नहीं किया।

Posted By: Kadir Khan

 

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