छत्तीसगढ़

Bypass Surgery In Raipur: छाती की हड्डी काटे बिना अपोलो हास्पिटल में हुई बायपास सर्जरी

Publish Date: | Sat, 30 Oct 2021 04:05 PM (IST)

Bypass Surgery In Raipur: रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अपोलो हास्पिटल बिलासपुर में मिनिमलि इनवेसिव तकनीक द्वारा जटिल हार्ट आपरेशन किया गया। इस तकनीक द्वारा चिकित्सकों ने छाती की हड्डी काटे बिना सर्जरी की। अपोलो हास्पिटल के वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक डा. अनुज कुमार ने बताया कि हृदय शल्य चिकित्सा की यह एक आधुनिक पद्धति है। इसमें पारंपरिक पद्धति की तरह छाती की हड्डियों को काटने व छाती को करीब 10 इंच खोलने की आवश्यकता नहीं होती।यह पूरी प्रक्रिया केवल सात से आठ सेमी के छोटे के चीरे के माध्यम से होती है। डा. अनुज ने बताया कि इसके बहुत से फायदे हैं जैसे कम से कम रक्त की हानि, जान की न्यूनतम जोखिम, संक्रमण की संभावना कम और लगभग दर्द रहित प्रक्रिया है।अपोलो हास्पिटल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओडिशा व छत्‍तीसगढ़ के सुधीर दिग्गीकर ने कहा कि यह प्रदेश के लोगों के लिए काफी फायदेमंद है। इससे मरीजों में व्याप्त हार्ट सर्जरी के डर व झिझक भी दूर होगी। अपोलो हास्पिटल बिलासपुर के प्रमुख डा. मनोज नागपाल ने डा. अनुज कुमार व उनकी पूरी टीम को बधाई दी। संजीवनी कैंसर हास्पिटल में हुआ स्तन कैंसर जागरुकता पर कार्यक्रमसंजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन द्वारा पिछले दिनों संजीवनी कैंसर हास्पिटल में स्तन कैंसर के लिए विशेष कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कैंसर से ठीक हुए पुराने मरीजों ने अपनी अपनी लड़ाई की कहानी बताई। इस अवसर पर संजीवनी कैंसर हास्पिटल के कैंसर विशेषज्ञ भी उपस्थित थे।हास्पिटल के डायरेक्टर एवं कैंसर सर्जन डा. युसूफ मेमन ने बताया कि स्तन कैंसर से बचाव हेतु निम्न लक्षणों को ध्यान में रखना चाहिए- स्तन या बगल में नई गांठ, स्तन के हिस्से का मोटा होना या सूजन होना, स्तन की त्वचा में जलन या डिंपल होना, स्तन में लाली या परतदार त्वचा, रक्त सहित स्तन के दूध के अलावा , स्तन के आकार में कोई परिवर्तन, स्तन के किसी भी क्षेत्र में दर्द।सीनियर कैंसर सर्जन डा.अर्पण चतुर्मोहता ने स्तन कैंसर के बारे में पी पी टी के माध्यम से विस्तार से चर्चा की। उनके सात ही अन्य विशेषज्ञों ने भी स्तन कैंसर के बारे में जानकारी दी।

Posted By: Kadir Khan

 

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