
Publish Date: | Sun, 14 Nov 2021 12:18 AM (IST)
भिलाई। 16 नवंबर को फिर से निर्वाचन आयोग की बैठक है। इस दिन चुनाव का सारा शेडयूल जारी हो जाएगा। 18 नवंबर तक आचार संहिता लगने की संभावना है। इस संभावना को देखते हुए दुर्ग जिले के चारों निकायों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस के दावेदार सक्रिय हो गए हैं। बता दें कि रिसाली निगम को बने दो साल हो चुका है। यहां अभी तक एक भी चुनाव नहीं हो पाया है। भिलाई निगम व जामुल पालिका की निर्वाचित कार्यकारिणी का कार्यकाल खत्म हुए दस महीने हो चुके हैं। तब से यहां चुनाव का इंतजार है। भिलाई चरोदा निगम की निर्वाचित कार्यकारिणी का कार्यकाल इस दिसंबर को खत्म हो जाएगा। चारों निकायों में चुनाव एक साथ होना है। प्रशासन द्वारा महापौर व पालिका अध्यक्ष का आरक्षण, वार्डों का आरक्षण, वार्ड परिसीमन, अधिकारी कर्मचारियों को चुनावी ट्रेनिंग, बूथ को लेकर सारी तैयारी पूरी हो चुकी है। इंतजार सिर्फ चुनाव की घोषणा का है। बूथ स्तर पर राजनीतिक दलों की भी तैयारीभाजपा और कांग्रेस में भले ही जमकर गुटबाजी देखने को मिल रही हो, पर बूथ स्तर पर दोनों ही दलों ने जबरदस्त तैयारी कर रखी है। दोनों ही दलों ने इस बार बूथ पर ज्यादा फोकस किया है। राजनीतिक दलों का नारा भी है कि बूथ जीते तो चुनाव जीते। इसलिए बूथ को लेकर दोनों ही राजनीतिक दल अपनी अपनी रणनीति बना रहे हैं। टिकट को लेकर जोड़ तोड़ शुरूभारतीय जनता पार्टी में ज्यादातर टिकट संगठन फाइनल करेगा। संगठन पर राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय खेमे का दबदबा है। लोकसभा सांसद होने के नाते विजय बघेल का भी टिकट पर कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। इसलिए भाजपा से पार्षद चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों ने दोनों दलों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस में दो से ज्यादा गुट है, हालांकि अभी ये गुट खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। टिकट के समय भाजपा की तरह कांग्रेस में भी घमासान मचना तय है। कांग्रेस से टिकट लड़ने के इच्छुक सभी गुटो से संपर्क बनाए हुए हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network