छत्तीसगढ़

स्कूली बच्चों को दी संविधान की जानकारी

Publish Date: | Sat, 27 Nov 2021 12:13 AM (IST)

नवापारा-राजिम। संविधान दिवस के अवसर पर आदर्श शासकीय नवीन प्राथमिक शाला दीनदयाल नगर नवापारा में गोपाल यादव प्रधान पाठक ने भारत के संविधान उद्देशिका की जानकारी देते हुए छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को कर्तव्य पालन का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि हम सब में देश की रक्षा, देशभक्ति की भावना तथा सदैव भाईचारा कैसे बढ़े इस ओर सतत प्रयत्न करना चाहिए। स्व अनुशासन का पालन कर हम सब श्रेष्ठ विद्यार्थी श्रेष्ठ शिक्षक के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर सकते हैं।त्रिपदा बांसवार सहायक शिक्षिका ने शोषण के विरुद्घ अधिकार बताते हुए बच्चों को प्रेरणा देते हुए कहा कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कारखानों, खदानों तथा अन्य खतरनाक जगहों पर काम नहीं करना चाहिए। यह उम्र बच्चों के नींव निर्माण का है अतः अधिक समय पढ़ाई पर ही ध्यान देना चाहिए। एकता शर्मा सहायक शिक्षिका ने समानता के अधिकार के बारे में बताते हुए कहा देश में कानून के समक्ष सभी नागरिक समान है जिसके कारण हमारे देश मे कोई किसी से किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करता और स्वतंत्रता पूर्वक रहता है। इस अवसर पर शिक्षक कुंभज सिंह कश्यप, बेनीराम साहू, ईश्वर लाल साहू ने भारत का संविधान पुस्तक वाचन का महत्व बताते हुए प्रतिदिन उद्देशिका पढ़कर कंठस्थ करने की बात कही।———-शाउमा शाला बिजली में मनाया संविधान दिवसफिंगेश्वर। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बिजली में संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य पूरन लाल साहू ने छात्र छात्राओं की मानव श्रृंखला बनाई और संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसके निर्माण में दो वर्ष ग्यारह माह अट्ठारह दिन का समय लगा। डा. भीमराव आंबेडकर को संविधान निर्माता कहा जाता है। भारत एक प्रजातांत्रिक देश है तथा भारत के लोग ही सर्वोच्च संप्रभु है। ‘हम भारत के लोग’ यानी भारत की जनता, भारत के लोग ही वो शक्ति है जो संविधान को शक्ति प्रदान करती है। अतः हम सभी को संविधान के प्रति निष्ठा व आस्था रखते हुए उनका सम्मान करना चाहिए।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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