
Publish Date: | Sun, 31 Oct 2021 09:21 PM (IST)
भिलाई(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दिवाली के समय जामुल नगर पालिका क्षेत्र का कुछ हिस्सा अंधेरे में डूबा रहेगा। यहां की 40 हजार आबादी स्ट्रीट लाइट बंद होने से प्रभावित है। तकरीबन 100 पोल में छह माह बाद भी लाइट नहीं लगाया जा सका है। बजट नहीं होने से तीन माह से सफाई कार्य भी लगभग ठप है। हालात यह है कि जनप्रतिनिधि नहीं होने से लोग शिकायत करने भी नहीं जा पा रहे हैं। पालिका प्रशासन से शिकायत करने पर साफ कह दिया जाता है कि पालिका के पास बजट नहीं है। लोगों को दिवाली अंधेरे में ही मनानी पड़ेगी। इस बात से लोग ज्यादा आक्रोशित है। बता दें कि जामुल नगर पालिका की निर्वाचित कार्यकारिणी का कार्यकाल बीते जनवरी 2021 में खत्म हो चुका है। निगम अधिकारियों के हवाले है। आरोप है कि अधिकारी विकास कार्य पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। पानी, बिजली, सड़क, सफाई जैसी मूलभूत सुविधा का घोर अभाव है। जामुल नगर पालिका के अधिकांश हिस्से रात होते ही अंधेरे में डूब जाते हैं। लाइट के नाम पर सिर्फ एससीसी कालोनी के बाउंड्री वाले के स्ट्रीट लाइट ही रोशनी दे रहे हैं। अंदरुनी हिस्से का बुराहाल है। तकरीबन 100 से ज्यादा स्ट्रीट लाइट बंद है। छह माह से लाइट सुधवाने के लिए लोग गुहार लगा रहे हैं, पर सुनने वाला कोई नहीं। जामुल वासियों को इस साल अंधेरे में दिवाली मनाना पड़ सकता है। जामुल में सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह से चरमरा गई है। कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियों का संधारण नहीं हो पा रहा है। सारी नालियों का बुरा हाल है। नालियां बजबजा रही है। दिवाली के समय पूरा जामुल क्षेत्र गंदगी से अटा पड़ा है। स्थानीय निवासियों ने नईदुनिया को गंदगी की तस्वीर उपलब्ध कराई है। दीपक गुप्ता, निवृतमान पार्षद नगर पालिका जामुल ने कहा किछह माह से सफाई व्यवस्था ठप है। पूरा जामुल गंदगी से अटा पड़ा है। जामुल के भीतरी इलाकों की स्ट्रीट लाइट छह माह से बंद है। पालिका प्रशासन के पास संधारण के लिए पैसे नहीं है। राजेंद्र नायक, सीएमओ नगर पालिका जामुल ने कहा कि जहां-जहां से शिकायत आ रही है, वहां लाइट का संधारण किया जा रहा है। दिवाली के पहले साफ सफाई के लिए कहा गया है। —-
Posted By: Nai Dunia News Network