छत्तीसगढ़

महासमुंद शहर में केवल तीन दिन चला सूअर पकड़ो अभियान

Publish Date: | Fri, 19 Nov 2021 12:02 AM (IST)

महासमुंद। शहर के किसानों की फसल को क्षति पहुंचा रहे और घरों में घुसकर नागरिकों को परेशान कर रहे सुअरों को पकड़ने के लिए अभियान चला रही पालिका को सप्ताहभर बाद भी सफलता नहीं मिल पाई है।जिससे नागरिकों और किसानों के लिए सूअर आज भी परेशानी का सबब बने हुए हैं। इधर, नोटिस दिए जाने के बाद भी पालक अब तक सुअरों को पकड़कर व्यवस्थित नहीं कर पाई है। पालिका का सुअर धरपकड़ अभियान शनिवार से महज तीन दिन चला। इसे महज औपचारिकता का कयास नागरिक पहले ही जता दिए थे, जो सच निकला, तीन दिन बाद कार्रवाई थम गई।बता दें कि वर्षों से सुअरों के खिलाफ किसान सहित नागरिक कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। बाद पालिका ने सुअरों को मारने का ऐलान किया है। इसके लिए पालिका की ओर से पांच सदस्यीय टीम गठित की गई है जो शहर की रिहायशी और खेतों के आसपास घूम रहे सुअरों को मारने व पकडे के लिए शहर में घूमती रही है। बावजूद शहर व खेतो में सुअर नजर आ रहे हैं। सुअरमुक्त शहर के अभियान में फिलहाल सफलता नहीं मिल पाई है। प्रयास जारी हैनपा के सफाई निरीक्षक दिलीप चंद्राकर ने बताया कि शहर में घूम रहे सुअरों को पकडे और मारने का प्रयास किया जा रहा है। कार्रवाई बंद नहीं हुई है। टीम लगातार शहर में घूम रही है लेकिन सुअर पकड़ में नहीं आ रहे हैं। उनका कहना है कि सुअर पालकों को पालिका की ओर से नोटिस जारी की गई है। जिन्हें अपने मवेशियों को व्यवस्थित करने के लिए कहा गया है। शहर के मौहारीभाठा, क्लबपारा, पुराना रावणभाठा के अलावा अन्य स्थानों पर लगातार टीम घूम रही है। मारना नहीं, भगाना है नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर का कहना है कि सुअरों को मारने के लिए नहीं बल्कि खेत और रिहायशी इलाकों से भगाने के लिए कहा गया है। सूअर पालक भी शहर की जनता है कोरोनाकाल की वजह से सभी आर्थिक परेशानी का सामना कर रहे हैं। सूअर पालकों को भी नोटिस देकर किसानों की फसल क्षति और नागरिकों को हो रही परेशानी से अवगत कराते हुए व्यवस्थित करने के लिए कहा गया है।निदान 1100 ओर करें शिकायतशहरवासी सूअर समस्या सहित नगर की पेयजल, नाली व रोड की सफाई, गली प्रकाश व्यवस्था में अनियमितता, अनदेखी की शिकायत निदान 1100 टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं। टोल फ्री नम्बर पर की गई शिकायत की लगातार मॉनिटरिंग होती है। शिकायतकर्ता से समस्या समाधान तक फालोअप लिया जाता है। पालिका पर भी समस्या समाधान समय सीमा में करने की जिम्मेदारी होती है।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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