
Publish Date: | Sun, 21 Nov 2021 11:48 PM (IST)
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सेल के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन समझौते को मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद बकाया राशि कर्मचारियों के खाते में जमा कर दी गई और सभी को यह राशि मिल भी गई है। जहां एक तरफ इंटरनेट मीडिया पर मंत्रालय के आदेश की प्रति वायरल होने के साथ ही कर्मचारी अपने एरियर्स की राशि का इंतजार कर रहे थे ।वही उम्मीद से बहुत कम एरियर्स मिलने के बाद कर्मचारियों ने समझौते ओर दस्तखत करने वाली तीनों यूनियन के विरुद्ध एक तरह से मोर्चा ही खोल दिया। शुरुआत में बधाई देने वाले नेता अब इंटरनेट मीडिया से दूरी बनाए रखें हुए है। कर्मचारियों का आक्रोश का मुख्य कारण अधिकारियों से 3 से 5 गुना कम एरियर्स राशि मिलना है। जहां अधिकारियों को 1 अप्रैल 2020 से बेसिक डीए के साथ पर्क्स के बकाया का भी भुगतान हुआ है। वहीं कर्मचारियों को सिर्फ बेसिक और डीए के बकाया से संतोष करना पड़ा है। यही दोनों वर्ग के एरियर्स की राशि में बड़ा अंतर है।एरियर्स की राशि की गणना भी सवालों के घेरे मेंएक तरफ जहां कर्मचारियों में उम्मीद से बहुत कम एरियर्स से मिलने का गुस्सा है। वही वह इसकी गणना पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। कई मामलों में कर्मचारियों ने शिकायत की है कि उनका एरियर्स उनसे 4 साल जूनियर कर्मचारी के एरियर्स से भी कम है जबकि उनका वर्तमान प्रे रिवाइज्ड बेसिक अपने जूनियर कर्मचारी से 5000 रुपये तक अधिक है। वही एस – 6 के कर्मचारी का एरियर्स एस – 3 ग्रेड के कर्मचारियों से भी होने का मामला सामने आया है।अधिकरियों और कर्मचारियों के वेतन समझौते की तुलनाकर्मचारियों ने इंटरनेट मीडिया पर वेतन समझौते को अधिकारियों की खुली लूट बताते हुए कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतन समझौते के अंतर को सारणीबद्ध करते हुए सार्वजनिक किया है। जहां अधिकारियों को 2 फीसद एमजीबी और 8ः30 फीसद पर्क्स ज्यादा मिला है। वहीं उनकी वेतन वृद्धि भी सालाना 3 फीसद सुनिश्चित रखी गई है। कर्मचारियों के मामले में प्रबंधन ने हर तरह की कटौती करने का ही काम किया है। कोल के बोनस से कम एरियर्स की राशिसेल में एरियर्स की राशि खाते में आने के बाद कर्मचारियों का आक्रोश इंटरनेट मीडिया पर काफी जोर से फूटा । कर्मचारियों ने कमेंट में 3 श्रमिक संगठनों पर दलाली खाने तक के आरोप लगाने के साथ-साथ सेल को सबसे खराब पब्लिक सेक्टर उपक्रम बताया कर्मचारियों का कहना है कि महारत्न कंपनी सेल में कर्मचारियों को 59 माह के बकाया की राशि कोल इंडिया के सालाना बोनस से भी कम है।
Posted By: Nai Dunia News Network