छत्तीसगढ़

बदले मौसम ने फिर बढ़ाई किसानों की चिंता, फसलों को होगा नुकसान

Publish Date: | Sun, 05 Dec 2021 11:55 PM (IST)

बेमेतरा। लगातार चल रहे मौसम की आंख मिचौली थमने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को दोपहर के बाद से जिस तरह से मौसम के तेवर में बदलाव आया उसके चलते किसानों की परेशानी एक बार फिर से बढ़ गई है। जिसकी मुख्य वजह है कि किसानों के खलिहान में रखे धान जिसे लंबे समय से बेचने के इंतजार में किसान रखे हुए हैं। उसके रखरखाव की चिंता और परेशानी किसानों को होने लगी है। बदली को देख बारिश की आशंका से किसानों की चिंता बढ़ गई है।लगभग माह भर पहले किसान अपने धान की मिसाई कर खलिहान में रखे हैं ताकि समर्थन मूल्य पर धान की बिक्री कर सकें। हालांकि धान खरीदी की शुरुआत तो हो चुकी है किंतु किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे निर्धारित तिथि पर धान को बेच सकें। लगातार इस पर सबसे बड़ी परेशानी की वजह बन रही है मौसम की आंख मिचौली। जिस तरह से आसमान में बदली छाई है, उसके चलते किसान एक बार फिर से धान को सहेज कर रखने के लिए पूरा व्यवस्था करने में ताकत लगाएंगे, ताकि यदि बारिश हो जाए तो फसल को बचाया जा सके।अरहर की फसल को भी पहुंचेगा नुकसानएक ओर जहां धान उत्पादक किसानों को इस तरह के परेशानी का सामना तो करना पड़ ही रहा है, वहीं दूसरी ओर आसमान में बदली और बारिश के हालात में अरहर की फसल पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। अरहर जो कि इन दिनों फूलने लगा है, वह भी इस बारिश के बिगड़े मिजाज से प्रभावित हो सकता है। इसका सीधा असर होगा कि फसल में अपेक्षित उत्पादन किसानों को मिल नहीं पाएगा एवं कीट प्रकोप से बचने के लिए किसान दवाई छिड़काव भी करेंगे, जिससे फसल की लागत भी बढ़ेगी। सब्जी फसल पर भी विपरीत प्रभाव बारिश-बदली के बने हालात से इसका विपरीत असर सब्जी उत्पादक फसलों पर भी पढ़ने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। एक ओर जहां इन दिनों आम आदमी सब्जी के बढ़े हुए दामों से परेशान हैं। लोगों का घरों में बजट भी बिगड़ने लगा है किंतु, मौसम के बने इस तरह के हालात से सब्जी के फसल पर भी इसका विपरीत असर पड़ना स्वाभाविक ही कहा जा सकता है। और यदि ऐसा होता है तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम और बढ़ने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। यदि ऐसा होता है तो निश्चित रूप से आम लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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