छत्तीसगढ़

बदली-बारिश से बढ़ी किसानों की परेशानी

Publish Date: | Tue, 23 Nov 2021 12:06 AM (IST)

बेमेतरा। लगातार बिगड़ रहे मौसम के मिजाज से किसानों की परेशानी बढ़ रही है। बदले मौसम का विपरीत असर धान समेत रबी फसल पर भी पड़ रहा है। बदली व हल्की बारिश से अरहर के फूल झड़ रहे हैं। कीट प्रकोप की आशंका भी बढ़ने लगी है। वहीं सब्जी उत्पादक किसान भी बदले मौसम से खासे परेशान हैं।आसमान में छाई बदली, कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो तो कहीं ज्यादा बारिश किसानों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। विदित हो कि इन दिनों लगभग माह पहले से ही अंचल में धान की कटाई का काम शुरू हो चुका है तथा राज्य शासन के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू नहीं किए जाने के चलते किसान अपनी फसलों को खलिहान में रखे हैं। जिन किसानों को धान की कटाई करना बाकी है ऐसे किसानों को मौसम खुलने का इंतजार है, किंतु लगातार मौसम के बिगड़ते हुए तेवर से जहां फसलों पर विपरीत असर पड़ रहा है वहीं किसान भी खासे परेशान हो रहे हैं। ज्ञात हो कि इन दिनों दान फसल पककर तैयार है। अधिकांश फसलों की कटाई भी हो चुकी है। ऐसे फसलों की रखरखाव किसी परेशानी से कम नहीं कही जा सकती है।अरहर फसल को होगा नुसकानअरहर की फसल में इन दिनों फूल लगने लगे हैं, उस पर भी मौसम का विपरीत असर देखने को मिल रहा है। बदली-बारिश से फूल झड़ने लगे हैं। किसान फूल झड़ने की रोकथाम के तमाम जतन कर भी रहे हैं किंतु लंबे समय से इस तरह के बने हालात से फूल झड़ने की बीमारी रुक नहीं पा रही है। इसके चलते किसान इस बात को लेकर सशंकित हैं कि लगातार फूल झड़ने के चलते उत्पादन पर इसका विपरीत असर पड़ सकता है और किसानों को अपेक्षित उत्पादन मिल नहीं पाएगा।सब्जी उत्पादक किसान भी परेशानसब्जी उत्पादक किसान भी बदले मौसम से परेशान हैं। खरीफ फसल में बिगड़े मौसम का विपरीत असर तो पड़ ही रहा है ठीक उसी तरह सब्जी उत्पादन पर भी इसका विपरीत असर पड़ने लगा है। खासकर टमाटर उत्पादक किसान लगातार बदली और बारिश के चलते बेहाल हो रहे हैं और फसलों के रखरखाव के साथ-साथ उत्पादन पर भी इसका विपरीत असर पड़ने लगा है, जो कि खेतों में स्पष्ट रूप से नजर आने लगा है। वहीं सब्जी के अपेक्षित उत्पादन नहीं हो पाने के चलते लगातार सब्जियों के दामों में भी खासा इजाफा होने लगा है जो कि आम लोगों के बजट बिगाड़ने के लिए पर्याप्त कहा जा सकता है। फिलहाल किसानों को मौसम खुलने का इंतजार है ताकि वे चिंतामुक्त हो सकें।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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