Publish Date: | Thu, 18 Nov 2021 11:53 PM (IST)
जांजगीर-चांपा। (नईदुनिया न्यूज)।शासकीय कन्या माध्यमिक शाला शिवरीनारायण में पदस्थ उधा श्रेणी शिक्षिका चंद्रकिरण शर्मा का सेवाकाल में ही वर्ष 2017 में निधन हो गया। जिस स्कूल में वह पढ़ाती थी, उस स्कूल का भवन जर्जर था। उनकी मृत्यु के बाद पति योगेश शर्मा ने लगभग 24 लाख रुपये की लागत से उनकी स्मृति में स्कूल भवन बनवा दिया। योगेश शर्मा ने बताया कि 4 कमरे, एक हाल व एक बरामदा का निर्माण कराया साथ ही पानी की व्यवस्था के लिए बोर कराया और सभी कमरे में पंखे और बिजली भी लगवाया गया है। उनके इस कार्य की प्रशंसा नगर और आसपास हो रही है। आ शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस भवन का लोकार्पण किया। शिवरीनारायण के शासकीय कन्या मिडिल स्कूल में चंद्रकिरण शर्मा उच्चवर्ग शिक्षिका के पद पर पदस्थ थीं। वर्ष 2017 में लीवर में खराबी आने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद उनके पति योगेश शर्मा ने निर्णय लिया की उनकी स्मृति को चिर स्थायी बनाने के लिए स्कूल का भवन बनाया जाए। उस स्कूल का भवन पहले से ही जर्जर था। ऐसे में स्कूल की छात्राएं यहां असुविधाओं के बीच शिक्षा प्राप्त करती थी। इसे देखकर उन्होंने नया भवन बनाने का संकल्प लिया और चार कमरा, एक हाल, एक बरामदा का निर्माण आठ माह में पूर्ण कराया । इसके अलावा सभी कमरों में बिजली पंखे की व्यवस्था की गई। साथ ही पेयजल व प्रसाधन भी व्यवस्था की गई। पानी के लिए यहां बोर करवाकर पानी टंकी लगाई गई है। गुरूवार को इस स्कूल भवन का लोकार्पण राज्य के स्कूल शिक्षामंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने पᆬीता काटकर किया। योगेश शर्मा ने बताया कि स्कूल भवन निर्माण में 24 लाख रूपए की लागत आई है। उन्होंने सोचा कि उनकी पत्नी शिक्षिका थी तो क्यों न उनकी स्मृति में स्कूल भवन ही बनवा दिया जाए। लोगों ने भी इसके लिए प्रेरित किया। उनके इसके कार्य की नगर व आसपास प्रशंसा हो रही है। स्कूल का नया भवन बन जाने से 150 छात्राओं को सर्वसुविधायुक्त भवन मिल गया। वहीं कार्यरत शिक्षिका चंद्रकिरण शर्मा की स्मृति भी चिर स्थायी हो गई। स्कूल का नामकरण भी शासन ने उनके नाम पर किया है। योगेश शर्मा विहिप के मठ मंदिर प्रांत प्रमुख के पद पर हैं। इसके साथ ही वे धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network