छत्तीसगढ़

धान खरीदी : टोकन के लिए रात तीन बजे कार्यालय पहुंच गए किसान

Publish Date: | Tue, 30 Nov 2021 11:48 PM (IST)

सुहेला। धान खरीदी प्रारंभ होने के पूर्व 30 नवंबर को सहकारी समितियों में किसानों को धान बिक्री करने के लिए टोकन दिया जाना था, जिसके लिए किसानों ने तड़के सुबह 3 बजे से सहकारी समिति सुहेला के सामने आग का अलाव जलाकर कड़ाके की ठंड में अपनी बारी का इंतजार करते बैठे रहे। किसानों की संख्या बढ़ने पर सभी किसान एक राय होकर अपनी ऋण पुस्तिका व किसान क्रेडिट कार्ड को जमा करने लग गए। सुबह 6 बजे सुहेला सहकारी समिति मे लगभग 300 पुस्तिका जमा हो चुके थे। वहीं कार्यालय खुलने तक लगभग 500 से 600 तक ऋण पुस्तिका जमा हो चुका था। सुहेला उपार्जन केंद्र में रानीजरौद, बासीन, सुहेला, खैलवारी कुल 1013 किसान बिक्री करेंगे, जिसमें कुल 89600 धान लगभग बिक्री करेंगे। वहीं भटभेरा उपार्जन केंद्र में भटभेरा, बुडगहन, धोबनीडीह,अमेरी गांव की 873 किसान धान बिक्री करेंगे। नवीन उपार्जन केंद्र सकलोर में सकलोर, पेंड्री, कसहीडीह के 495 किसान धान बिक्री करेंगे। खपराडीह उपार्जन केंद्र में खपराडीह, पड़कीडीह,चण्डी , करही गांव के 900 किसानों से 36830 क्विंटल धान लगभग खरीदा जाएगा। जिसके लिए मंगलवार को लगभग 150 किसानों को टोकन प्रदान किया गया। सहकारी समिति के प्रबंधक जागेश्वर वर्मा शिव दास मानिकपुरी, रमेश साहू ने बताया कि मंगलवार को किसानों के धान खरीदी के लिए 1 सप्ताह का टोकन काट लिया गया है, जिसमें ढाई एकड़ से कम वाले किसानों का धान पहले खरीदा जाएगा। उसके बाद मध्यम और लघु सीमांत किसानों को धान खरीदी के लिए टोकन दिया जाएगा। वहीं समिति प्रबंधकों ने बताया कि शासन के आदेशानुसार 25 से 30 फीसद बारदाना किसान स्वयं व्यवस्था करेंगे शेष बारदाना समिति के द्वारा दिया जाएगा। भटभेरा सहकारी समिति के प्रबंधक जागेश्वर वर्मा ने कहा कि भटभेरा और नवीन उपार्जन केंद्र सकलोर के लिए दस-दस हजार बारदाना शासन द्वारा प्राप्त हुए हैं और 8000 बारदाना पीडीएफ से प्राप्त हुआ है। वैसे ही सुहेला उपार्जन केंद्र के लिए पीडीएफ से 6790 बारदाना प्राप्त हुआ है। खपराडीह उपार्जन केंद्र में पीडीएफ 4106 बारदाना प्राप्त हुआ है। टोकन के लिए रात तीन बजे से बैठे किसानों का कहना था कि हम अपने धान को जितना जल्दी उपार्जन केंद्र में लाकर बेच सकें उसके लिए हम अपने ऋण पुस्तिका व किसान क्रेडिट कार्ड को लेकर यहां पर देर तक बैठे रहे। 15 रुपये के बारदानों को 40 में खरीद रहे किसानभाटापारा। एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू होने जा रही है लेकिन बारदाने का संकट बना हुआ है इसीलिए खुले बाजार में बारदाने की कीमत आसमान छू रही है। सरकार ने किसानों को उनके बारदाने की कीमत 18 रुपये देने की घोषणा की है जबकि किसानों को बाजार में बारदाना 30 रुपये से अधिक के मूल्य पर खरीदना पड़ रहा है। इस प्रकार किसानों को प्रति बारदाना 12 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। सोसाइटी में खरीदी होने से पहले ही और बारदाना की मांग को देखते हुए क्षेत्र के बारदाना व्यापारी पिछले कुछ महीने से स्टाक करने में लगे हुए हैं ताकि मौके पर इसका फायदा उठाया जा सके। बारदाने की कमी के कारण इसके भाव आसमान छूने लगे हैं। जिला सहकारी केंद्र बैंक के अधीन आने वाली सभी सोसाइटियों एवं धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। सरकार ने किसानों को 25 फीसदी बारदाना लाने के लिए कहा है। वहीं सरकार ने तय किया है कि केवल जुट के वारदानों में खरीदी होगी। गत वर्ष सरकार ने प्लास्टिक के बारदाने में भी धान की खरीदी की थी परंतु इस बार सरकार प्लास्टिक की बारदानों में खरीदी नहीं करेगी व हर बार की तरह इस बार भी धान की खरीदी में सबसे पहले छोटे किसानों का प्रतिदिन के हिसाब से 70 फीसदी धान,माध्यम किसानों का 20 फीसदी का धान एवं बड़े किसानों का 10 फीसदी धान खरीदी किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस सब मथापधाी के बीच मजबूर किसान अपनी फसल (धान) को सोसाइटी में बेचने के लिये सामान्य रूप से 15 रु के अंदर बिकने वाली बारदाना को 30 से 40 में लेने को मजबूर हैं। बारदाने को लेकर किसानो को पिछले साल भी काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। सुनील एमएस शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक भाटापारा ने बताया कि एक दिसंबर से धान खरीदी की तैयारियां सभी धान खरीदी केंद्रों में पूरी कर ली गई है

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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