Publish Date: | Mon, 29 Nov 2021 11:51 PM (IST)
गरियाबंद। जिले के स्कूल शिक्षा विभाग के एक बाबू ने सामग्री खरीदी में जिला शिक्षा अधिकारी के पावर का उपयोग कर दिया है, जबकि सीधे सप्लाई आर्डर करने का अधिकार सिर्फ डीईओ के पास है। इस मामले का पर्दाफाश होने के बाद जिला प्रशासन भी खामोश है। डीईओ के पावर का इस्तेमाल करने बाबू ने जिला शिक्षा अधिकारी के छुट्टी में होने के दौरान एक करोड़ रुपये से अधिक के स्कूल सामग्री खरीदी कर ली। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत 66 नए संकुल केंद्रों और 11 हाई स्कूलों के लिए फर्नीचर खरीदी की गई है, प्रत्येक संकुल केंद्रों के लिए 80 हजार रुपये की स्वीकृति मिली है, वहीं प्रत्येक हाई स्कूल के लिए 7 लाख 50 हजार रुपये मंजूर किए गए हैं। इसमें टेबल कुर्सी सहित अन्य सामग्रियों की खरीदी के आर्डर जारी किए गए हैं, संकुल में तो सामग्री की सप्लाई हो गई है, परंतु हाई स्कूलों में सामग्री की सप्लाई जारी है। जानकारी के मुताबिक सीएसआइडीसी के माध्यम से खरीदी हुई है, लेकिन सप्लाई आर्डर जिला शिक्षा अधिकारी के बजाय एक बाबू ने दिया है, जबकि उसे सीधे खरीदी करने का अधिकार नहीं है, देखा जाए तो नियम के विपरीत खरीदी हुई है। इस मामले की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि राज्य शासन के पोर्टल में ही बाबू के कारनामे के कागज सामने आ गए हैं, जिसमें बाकायदा खरीदी करने वाले अधिकारी के नाम में इस बाबू का नाम अंकित है। ———-बाबू को खरीदी का अधिकार है। एक नियम के तहत वह खरीदी कर सकता है। इसके पहले भी ऐसा हो चुका है। लेकिन अब हम दस्खत बदल दिए हैं।-करमन खटकर, डीईओ
Posted By: Nai Dunia News Network