
Publish Date: | Fri, 12 Nov 2021 11:51 PM (IST)
कांकेर। दीपावली त्यौहार के बाद अब धान कटाई कार्य में तेजी आ गई है। खेतों में खड़ी फसल को काटने में किसान जुट गए हैं। जिन किसानों ने अपने धान की कटाई कर ली है, वह धान की मिंजाई कर रहे हैं। दूसरी ओर खराब मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में फसल पककर तैयार है और खराब मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम के खराब रहने और बारिश होने की स्थिति में किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। शुक्रवार को एक बार फिर क्षेत्र के मौसम में बदलाव देखने को मिला। सुबह से ही बूंदाबांदी शुरू हो गई थी, जो कुछ देर में बंद हो गई, लेकिन दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। बदलते मौसम ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। खेतों में पककर तैयार धान की फसल को बेमौसम बारिश से बड़े नुकसान की आशंका के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं। अधिकांश किसानों ने अभी धान की कटाई नहीं की गई और कई किसानों की फसल कटाई के बाद खेत में ही है। ऐसी स्थिति में बारिश होने से किसानों को नुकसान हो सकता है। ग्राम मनकेसरी के कृषक सरित पटेल ने बताया कि उन्होंने धान की कटाई कर ली है और कटाई के बाद फसल खुले में रखी थी। जिसकी मिंजाई नहीं हुई थी। खराब मौसम को देखते हुए आज ही मिंजाई का कार्य पूरा कर धान को सुरक्षित जगह पर रखेंगे। उन्होंने कहा कि कई किसानों ने फसल की कटाई अभी शुरू की है। मौसम में बदलाव आने और बारिश होने से धान की फसल को नुकसान होगा। बारिश होने से धान के पौधे खेतों में गिर जाएंगे, जिससे बालियां झड़ जाती हैं। जिससे किसानों को काफी नुकसान हो सकता है। खेत में धान की कटाई कर रहे कृषक गैंदलाल मंडावी ने बताया कि धान की फसल तैयार हो गई है। ऐसी स्थिति में बारिश व बादल फसल के लिए नुकसानदायक साबित होगा। बारिश से सीधा नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष देर हुई बोआई के कारण फसल देर से तैयार हुई है और अधिकांश किसानों ने धान के फसल की कटाई नहीं की है।
Posted By: Nai Dunia News Network