Publish Date: | Tue, 07 Dec 2021 11:09 PM (IST)
धमतरी। धमतरी जिले में बीते तीन दिनों से मौसम बदला हुआ है, इसके चलते लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। हल्की बूंदाबांदी के बाद बुधवार अलसुबह से आसमान में घना कोहरा छाया हुआ रहा। सात दिसंबर की सुबह आठ बजे तक कोहरा छंट नहीं पाया था। ऐसे में लोगों को आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वाहन चालक दिन के उजाले में भी लाइट जलाकर आते-जाते दिखे। अंचल में छिटपुट बारिश होने के बाद मौसम सर्द हो चला है। कोहरा भी छाया हुआ है। शीतलहर चलने से कंपकपाती ठंड का एहसास हो रहा है। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। जो रात होते-होते ठंड बढ़ जाती है। इन दिनों लोग दिन भर गर्म कपड़ों के बीच देखे जा सकते हैं। ठंड से बचाव के लिए कुछ लोग अलाव के सामने डटे हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार ऐसा मौसम आने वाले दिनों तक बना रहेगा। चिकित्सकों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। वातावरण में नमी और ओस होने से ठंडकता कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। कंपकपी ठंड का अहसास सुबह से रात तक बना हुआ है। इससे लोग बेहाल हैं। कोहरे के कारण लोगों ने काफी संभलकर वाहन चलाया, क्योंकि कोहरे के कारण 50 फीट की दूरी पर कौन है, यह पता ही नहीं चल पा रहा था। उजाले में भी लोग अपने वाहनों की लाइट चालू कर आते-जाते दिखे। कोहरे का प्रभाव ज्यादा रहने से वाहनों के आवागमन में परेशानी हुई। घना कोहरा छाने के कारण सुबह दूर की चीजें स्पष्ट नजर नहीं आ रही। कोहरे के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ट्रक चालक देवकारण देवांगन, सुनील साहू ने कहा कि कोहरा छाये रहने की स्थिति में हमेशा वाहन की लाइट को जलाकर ही वाहन चलाना चाहिए। ज्यादा घना कोहरा हो तो वाहन न चलाएं। मालूम हो धमतरी में कोहरे के कारण कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।ऐसे बनता है कोहराडा. एसएस चंद्रवंशी ने बताया कि गर्म हवा की अपेक्षा ठंडी हवा अधिक नमी लेने में सक्षम होती है और वाष्पन के द्वारा यह नमी ग्रहण करती है। ये वह बादल होता है जो भूमि के निकट बनता है। यानि एक बादल का वह भाग जो भूमि के ऊपर हवा में ठहरा हुआ हो, कोहरा नहीं होता बल्कि बादल का वह भाग जो ऊपरी भूमि के संपर्क में आता है, कोहरा कहलाता है।
Posted By: Nai Dunia News Network