
Publish Date: | Fri, 19 Nov 2021 11:55 PM (IST)
सेल। कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर को मनाई गई। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तालाबों में नहाने के बाद दीपदान किया गया और शिव मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार स्वर्ग से देवता आकर कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाते हैं। इसके अलावा यह भी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पाप कर्मों का नाश होता है और मनुष्य के चित्त की शुद्घि होती है। कुछ भक्तों ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रत भी रखा। कार्तिक पूर्णिमा पर राधा कृष्ण और शिव मंदिर में खीर पुड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। ग्राम सेल में चौक चौराहों पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर खीर पुड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। करंजपारा मोहल्ला और सूतियापारा मोहल्ला में एक माह तक चले कार्तिक रामायण का शुक्रवार को समापन हुआ। सूतियापारा मोहल्ला में खीर पुड़ी सब्जी का प्रसाद बांटा गया। वहीं कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरुनानक जयंती के अवसर पर पर्यटन स्थल में पिकनिक मनाने के लिए ग्रामीण गए थे। सिद्घखोल पर्यटन स्थल है जहां शीतबाबा का पुराना मंदिर है। बड़ी संख्या में भक्तों ने शीतबाबा का दर्शन कर आशीर्वाद लिया गया।————सत्संगी कीर्तन मंडली ने किया भजन और कराया बाल भोजसरसींवा। स्थानीय सत्संगी कीर्तन मंडली द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक मास में सुबह प्रभातफेरी निकाली गई वहीं रात्रि में कार्तिक रामायण भजन कीर्तन किया गया। जिससें सरसींवा में धार्मिक वातावरण निर्मित हो गया है। वहीं कार्तिक पूर्णिमा के दिन बाल भोज का भी आयोजन रखा गया।सत्संगी कीर्तन मंडली नगर के सभी गली मोहल्ले व देवी देवालयों के समीपस्थ भजन कीर्तन करते हुए प्रभात फेरी लगाते भोर में लोगों को उठने का संदेश दे रही थी। सुबह सुबह चार से छह बजे तक भगवान का संगीतमय भजन कीर्तन से धार्मिक वातावरण निर्मित हो गया था। प्रबुद्घजन अपने मोहल्ला से कीर्तन मंडली गुजरते समय स्वयं उठकर भजन कीर्तन पार्टी में शामिल होकर भजन कीर्तन करते देखे जा सकते हैं। वहीं रात्रि में भोजन के बाद पुनः सभी कार्यकर्ता एकत्रित होकर कार्तिक रामायण पाठ कर श्रवण करते थे।
Posted By: Nai Dunia News Network