Publish Date: | Wed, 01 Dec 2021 12:05 AM (IST)
बालोद। आज से धान खरीदी शुरु होने जा रही है। बालोद जिले के पुराने 126 और वर्तमान में बनाए गए नौ उपार्जन केंद्रों में कुल एक लाख 34 हजार 146 पंजीकृत किसान शासन को समर्थन मूल्य पर धान बेचेंगे। गौरतलब है कि जिले के सभी 135 उपार्जन केंद्रों में बुधवार यानी आज से धान खरीदी शुरू होने जा रही है। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचने के लिए पिछले वर्ष की अपेक्षा 4 हजार 220 नए किसानों ने पंजीयन कराया है। पिछले वर्ष कुल पंजीकृत किसानों की संख्या 1 लाख 29 हजार 926 थी जो कि इस वर्ष बढकर कुल 1 लाख 34 हजार 146 हो गई है। जिले में इस वर्ष 59 लाख क्विंटल धान खरीदी अनुमानित है। पुराने जूट बारदाने की दर 18 रुपये निर्धारितइस बार एक दिसंबर से ही किसानों के बारदाने में भी धान को खरीदी को जाएगी। पुराने जूट बारदाने की दर 18 रुपये प्रति नग निर्धारित की गई है। सभी धान खरीदी केंद्रों में धान का क्रय मूल्य प्रदर्शित करने वाले बेनर लगाया जाना अनिवार्य होगा। धान खरीदी केंद्रों पर किसानों के लिए पीने के पानी को समुचित व्यवस्था भी होगी। धान खरीदी केन्द्रों पर निर्मित चबूतरों पर ही सुरक्षित रूप से धान के बोरे रखे जाएंगे। धान खरीदी केन्द्रों में जल निकासी की व्यवस्था और खरीदे गये धान को आकस्मिक बारिश से बचाने के लिए तालपत्री- केप कह्वर की भी पहले से ही व्यवस्था की जा रही है। सभी धान खरीदी केन्द्रों में नापतौल के लिए कांटाबाट को संबंधित विभाग द्वारा जांच कराकर प्रमाणित कराकर ही उपयोग किया जाएगा। धान खरीदी के समय किसानों से खरीदी जाने वाली धान की मात्रा को अनिवार्य रूप से उनकी ऋण पुस्तिका में इन्द्राज भी किया जाएगा। छोटे लघु सीमांत किसानों को धान की खरीदी में प्राथमिकता मिलेगी। 17 प्रतिशत से अधिक नमीयुक्त धान होगा रिजेक्ट किसी भी स्थिति में 17 प्रतिशत से अधिक नमीयुक्त का धान नहीं खरीदा जाएगा। धान में नमी की जांच के लिए सभी खरीदी केंद्रों में आर्द्रतामापी यंत्रों की व्यवस्था और उनका कैलीब्रेसन करा लिया गया है। सभी धान खरीदी केंद्रों में कंप्यूटर, प्रिंटर, डाटा एंट्री आपरेटर आदि संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है। गुंडरदेही ब्लाक के ग्राम सकरौद, माहुद अ, कन्याडबरी, सिंगारपुर, गुरूर ब्लाक के नारागांव, बालोद ब्लाक के खपरी, डौंडी ब्लाक के सुरडोंगर, पटेली, डौंडीलोहारा के ग्राम खरथुली में नए धान उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं, ताकि किसानों को दूरस्थ क्षेत्र में धान बेचने के लिए जाना न पडे उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। पांच प्रकार के बारदानों से खरीदीबारदानों की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने के कारण इस बार पांच प्रकार के बारदानों से खरीदी की जाएगी। इसमें मार्कफेड के जूट के बोरे के साथ ही पीडीएस दुकानों, मिलर्स, किसानों व एचडीपी के जूट के बोरो से खरीदी की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि पीडीएस दुकानों से बोरे संग्रहण का कार्य चल रहा है। इसके साथ किसानों के 25 से 30 प्रतिशत बारदानों में धान की खरीदी की जानी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रशासन उपलब्ध बारदानों के अतिरिक्त इन बारदानों से डेढ़ माह तक आसानी से धान की खरीदी कर लेगा। लेकिन अब देखना यह है कि धान खरीदी के समय कितने किसानों को बारदाने समय पर उपलब्ध कराए जाते है की नही। कृषकों को खुद लाने होंगे 25-30 प्रतिशत बारदाने बताया जा रहा है कि उपार्जन के दौरान बारदानों की समस्या को हल करने के लिए राज्य शासन द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार सभी कृषकों को 25-30 प्रतिशत बारदाने लाने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। 25-30 प्रतिशत कृषकों के बारदाने की खरीद से जिले में बारदानों की समस्या को खत्म कर निरंतर खरीदी की जा सकेगी। जूट के एक बारदाने कीमत अभी 33 रुपयेबारदानों की कमी के कारण पहले ही दिन से किसानों के 25 से 30 फीसदी पुराने बारदानों में खरीदी की जाएगी। इससे किसानों में शासन के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। किसानों ने बताया कि बाजार में एक जूट बारदाना की कीमत अभी 33 रुपए है, जबकि शासन की ओर से 18 रुपये भुगतान किया जाएगा। इससे किसानों को प्रति बारदाना कम से कम 15 रुपये का नुकसान उठाना पडेगा।
Posted By: Nai Dunia News Network