छत्तीसगढ़

अधिकारों के साथ कर्तव्यों के प्रति भी हों जागरूक

Publish Date: | Fri, 10 Dec 2021 11:54 PM (IST)

नवागढ़ (नईदुनिया न्यूज)। नवीन शासकीय महाविद्यालय, नवागढ़ राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि व्यवहार न्यायाधीश प्रथम श्रेणी व वक्ता पायल टोपनो थी। मां सरस्वती , स्वामी विवेकानंद व महापुरुषों की पूजा अर्चना व दीप प्रज्वलन के साथ ही शिविर का शुभारंभ किया गया। प्राचार्य बी के पटेल ने स्वागत उदबोधन दिया। पायल टोपनो व्यवहार ने स्वयंसेवकों को मानवाधिकार दिवस मनाये जाने के ऐतिहासिक कारणों से अवगत कराया। उन्होंने मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान कर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने अधिकारियों के प्रति जागरूक रहते हैं तो हमें अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सभी को जीवन जीने, शिक्षा , भोजन आदि का अधिकार होता है, विधि के समक्ष सभी बराबर होते है तब हमें लिंग , जाति, नस्ल भेद न करते हुए समानता पर बल देना चाहिए। उन्होंने समाज मे लिंग विभेदीकरण का विरोध करते हुए लिंग समानता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जैसे स्वस्थ पर्यावरण हमारा अधिकार है तो हमारा कर्तव्य भी बनता है कि हम अपने पर्यावरण को स्वस्थ व स्वच्छ रखें। उन्होंने स्वयंसेवको व महाविद्यालय के विद्यार्थियों से आमजन को अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने की अपील भी की। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से कैरियर मार्गदर्शन पर चर्च परिचर्चा कर उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू करने की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों व आमजन से सूचना के अधिकारों का सही उपयोग करने प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि मानवाधिकार आयोग राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर और मानव अधिकार कोर्ट जिला स्तर पर होता है।किसी भी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों के हनन होने पर वो मानवाधिकार न्यायालय की शरण ले सकता है। उनहोंने कहा कि मनुष्यों को अपने मूलभूत अधिकारों के बारे में जानकारी होना चाहिये इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को नैतिक जिम्मेदारी एवं समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहना चाहिये। बी के पटेल ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत अपने कार्यों जो शासकीय कार्यालयों में लंबित होता है उसकी जानकारी ले सकता है। यदि वांछित जानकारी निर्धारित तिथि तक नहीं मिलती है उस स्थिति में प्रथम अपीलीय अधिकारी के बाद द्वितीय अपीलीय अधिकारी राज्य सूचना आयोग के माध्यम से अपनी आवेदन की जानकारी ले सकते हैं । विधिक जागरूकता शिविर में तालुका विधिक सेवाओं के सदस्यो की उपस्थिति रही। साथ ही महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक व स्टाफ कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में गोविंद, मंजू, प्रभा, संघ्या, दीपक, देवव्रत, चंद्रदेव, रघुनंदन, सूरज, किशन सहित महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सहयोग किया। शिविर के अंत में कार्यक्रम अधिकारी स्नेहा थवाईत ने आभार व्यक्त किया। मानवाधिकार दिवस पर विद्यार्थियों को दी गई कानून की जानकारीपᆬोटो : 10 जानपी 23 – कार्यक्रम को संबोधित करते अतिथि अकलतरा (नईदुनिया न्यूज)। श्री ऋषभ विद्योदय महाविद्यालय बनाहिल अकलतरा में विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया गया। मुख्य वक्ता व्यवहार न्यायाधीश वर्ग- 1 एवं किशोर न्याय बोर्ड के अध्यक्ष आनंद बोरकर, व्याख्याता एवं एनसीसी अधिकारी दिनेश चतुर्वेदी थे। सरस्वती पूजा के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। सर्वप्रथम कार्यक्रम में मुख्य वक्त आनंद बोरकर ने स्वयंसेवकों को किशोर न्यायालय के बारे में बताया। बिना लाइसेंस के वाहन चलाना अपराध की श्रेणी में आता है। नाबालिग यदि वाहन चलाते पाया जाता है तो उसके साथ उनके घर के मुखिया को भी अर्थदंड के साथ 3 वर्ष कारावास की सजा दी जा सकती है। मानव अधिकार को जानना सबके लिए आवश्यक है। उसके बाद द्वितीय मुख्य वक्ता एनसीसी अधिकारी एवं व्याख्याता दिनेश चतुर्वेदी ने मानव अधिकार एवं मौलिक अधिकार में अंतर करते हुए बताया मानवाधिकार जीवन जीने का अधिकार है जबकि मौलिक अधिकार मानव के विकास के लिए आवश्यक है। जब तक मानव को उसके अधिकार की जानकारी नहीं होगी तब तक अधिकार हनन पर वह मौन रहेगा। मानवाधिकार का हनन कोई नहीं कर सकता। मानवाधिकार का हनन होने पर हम आयोग में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह अधिकार जन्म के साथ प्रकृति द्वारा हमें प्रदान किया जाता है। हम सबको अधिकार को जानने के बाद अपने कर्तव्य का भी निर्वहन करना होगा तभी समाज का विकास होगा। उन्होंने सूचना के अधिकार का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए छात्रों को प्रेरित किया। सूचना के अधिकार से हम शासकीय कार्यालयों में लंबित कार्यों की जानकारी ले सकते हैं। यदि वांछित जानकारी निर्धारित तिथि तक नहीं मिलती है तो प्रथम अपील किया जा सकता है। वहां भी हम संतुष्ट नहीं होते हैं तो द्वितीय अपील राज्य सूचना आयोग में कर सकते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित तालुका विधिक सेवाओं के पैरालीगल मृत्युंजय ने भी अपने विचार रखते हुए बताया विश्व मानवाधिकार दिवस समानता, शांति, न्याय स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा को आगे बढ़ने के लिए मनाया जाता है। समाज में किसी भी व्यक्ति के साथ जाति, धर्म, लिंग एवं भाषा के आधार पर भेद नहीं किया जा सकता। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुमित प्रताप सिंह ने बताया सर्वप्रथम राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखना हमारा कर्तव्य है। कार्यक्रम के अंत में श्री ऋषभ शिक्षा समिति के संरक्षक डॉक्टर जे के जैन द्वारा आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई । कार्यक्रम में आर टी आई के जिला अध्यक्ष यशपाल चौबे, अकलतरा ब्लाक अध्यक्ष तृप्ति नाथ, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ तृप्ति शुक्ला, सचिव अंकित जैन, प्रो. ओमप्रकाश सोनी, प्रो. होरीलाल कुम्हार,भोपर्णा मिश्रा, श्रीमती संध्या सिंह, शारदा शर्मा, रंजनी श्रीवास, गायत्री यादव, विनीता कश्यप, अनुराधा सिंह, रश्मी मरकाम, कार्यालयीन कर्मचारी अशोक पाण्डेय, कृष्णाकांत चन्द्राकर, राकेश देवांगन, पंकज मिरी, आशीष सिंह, मनीष गंर्धव, श्रीमती सुनीता पाण्डेय, आकाश दास, मनीष बघेल, नीरज निर्मलकर, बृजनंदन पटेल, स्वयंसेवियों में अरविंद जयसवाल, आशीष, दिलीप, योगेश, लक्ष्मीचंद, सुनिल, अजय वैष्णव अनिल, यशवंत, आशुतोष अपेक्षा कश्यप, रोशनी, शिल्पा कश्यप, माया निर्मलकर, हितेश, विक्रम कुमार, सचिन, योगेश, कन्हईया लाल , सोमनाथ, संजय टंडन, राजेश, धनंजय सिंह, सोमनाथ रात्रे, राजेश कुमार, संजय टंडन उपस्थित थे।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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