छत्तीसगढ़

धान खरीदी में छोटे किसानों को प्राथमिकता

Publish Date: | Mon, 29 Nov 2021 12:10 AM (IST)

गरियाबंद। जिले में एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारी अंतिम चरण में है। खरीदी में छोटे किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। धान खरीदी के दौरान छोटे किसानों को पहले टोकन जारी किया जाएगा तथा एक बार में एक सप्ताह के लिए टोकन जारी होगा। सूर्यास्त के बाद किसी भी स्थिति में धान की खरीदी नहीं होगी। बारदानों में स्पष्ट रूप से मार्किंग की जाएगी। ऐसे समितियों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी जहां जांच के दौरान स्टाक मिलान करने पर अंतर आएगा। साथ ही ऐसे प्रबंधकों को अन्यत्र समितियों में भेजा जाएगा जिनके विरुद्घ पूर्व में एफआइआर दर्ज की गई है। किसानों को यह समझाइश दी गई है कि किसान अपने धान को सीधे स्टेक में न लगाएं बल्कि उसे पल्टी कर समितियों द्वारा दिए गए बारदानों में भरकर लगाएं। ज्ञात हो कि इस वर्ष जिले में 79 हजार 905 किसानों का धान खरीदी के लिए पंजीयन किया गया है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.72 प्रतिशत अधिक है। वहीं मक्का खरीदी के लिए 4912 किसानों का पंजीयन किया गया है। जिले में 67 समितियों के माध्यम से 79 उपार्जन केंद्रों में खरीदी की जाएगी। इस साल तीन नए खरीदी केंद्रों में भी धान खरीदी होगी जिसके लिए राज्य शासन ने अनुमति प्रदान की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड मैनपुर के ग्राम सरनाबहाल, विकासखंड छुरा के ग्राम परसदाखुर्द और विकासखंड के ग्राम चिचिया में नवीन धान उपार्जन केंद्र खोले जाएंगे। उक्त तीन नवीन धान उपार्जन केंद्रों के साथ जिले में कुल धान उपार्जन केंद्रों की संख्या 79 हो गई है।निगरानी के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति : जिले में धान खरीदी के लिए धान उपार्जन केंद्रों के सतत निगरानी के लिए उपार्जन केंद्रवार नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। ये नोडल अधिकारी धान उपार्जन केंद्र में आरंभिक तैयारी चेक लिस्ट में उल्लेखित बिंदुओं के आधार पर करेंगे। साथ ही धान उपार्जन अवधि के दौरान उपार्जन केंद्रों में उपस्थित रहकर धान उपार्जन संबंधी कार्यों की सतत निगरानी व निरीक्षण करेंगे व साप्ताहिक निरीक्षण प्रतिवेदन कार्यालय कलेक्टर खाद्य शाखा को प्रस्तुत करेंगे।

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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