
देश में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल (ITR Filing) करने वालों के आंकड़े ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक, देश में रिटर्न भरने वालों की संख्या 8 करोड़ के पार पहुंच गई है. असेसमेंट ईयर (AY) 2023-2024 के लिए 31 दिसंबर 2023 तक रिकॉर्ड 8.18 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किए गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में दाखिल 7.51 करोड़ आईटीआर से 9 फीसदी ज्यादा है.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान दाखिल की गई ऑडिट रिपोर्ट और अन्य फॉर्म की कुल संख्या 1.60 करोड़ है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.43 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और फॉर्म दाखिल किए गए थे.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, बड़ी संख्या में टैक्सपेयर्स ने अपने एआईएस और टीआईएस को देखकर अपने वित्तीय लेनदेन के डेटा की तुलना करके अपना उचित परिश्रम किया. टैक्सपेयर्स द्वारा अनुपालन को और आसान बनाने के लिए सभी आईटीआर के लिए डेटा का एक बड़ा हिस्सा वेतन, ब्याज, लाभांश, व्यक्तिगत जानकारी, टीडीएस से संबंधित जानकारी सहित टैक्स भुगतान, आगे लाए गए नुकसान, एमएटी क्रेडिट आदि से संबंधित डेटा से भरा हुआ था. बयान में कहा गया है कि इस सुविधा का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया, जिसके परिणामस्वरूप आईटीआर को आसानी से और तेजी से दाखिल किया जा सका.
टीआईएन 2.0 प्लेटफॉर्म से टैक्सपेयर्स को राहत
इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2023-2024 के दौरान, ओएलटीएएस पेमेंट सिस्टम की जगह, एक डिजिटल ई-पे टैक्स भुगतान प्लेटफॉर्म – टीआईएन 2.0 – को ई-फाइलिंग पोर्टल पर पूरी तरह कार्यात्मक बना दिया गया था. इसने इंटरनेट बैंकिंग, एनईएफटी/आरटीजीएस, ओटीसी, डेबिट कार्ड, पेमेंट गेटवे और यूपीआई जैसे टैक्स के ई-पेमेंट के लिए यूजर के अनुकूल विकल्प को संभव बनाया. बयान में कहा गया है कि टीआईएन 2.0 प्लेटफॉर्म ने टैक्सपेयर्स को वास्तविक समय पर टैक्स जमा करने में सक्षम बनाया है जिससे आईटीआर दाखिल करना आसान और तेज हो गया है.