
Publish Date: | Mon, 01 Nov 2021 09:01 PM (IST)
अंबिकापुर/बतौली (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अंबिकापुर शहर के नजदीक पहुंचे 30 हाथी बतौली क्षेत्र के मानपुर इलाके में पहुंच गए हैं। रविवार देर शाम हाथी बेलकोटा के पास धान व गन्ने के खेत में भारी नुकसान पहुंचाने के बाद अंबिकापुर-पत्थलगांव राष्ट्रीय राजमार्ग को पार कर गए। हाथियों के धीरे-धीरे रोड पार करने के कारण करीब डेढ़ घंटे तक एनएच में आवागमन प्रभावित रहा। वन विभाग का अमला हाथियों पर निगरानी करता रहा। इधर ग्रामीण भी हाथियों को खदेड़ने में जुटे रहे। इसके कारण वन कर्मचारियों को काफी एहतियात बरतना पड़ा। बहरहाल भोर होते-होते हाथियों का दल मानपुर, घोघरा के पास गढ़पहाड़ पहुंच गया। यह इलाका हाथियों के लिए जाना-पहचाना है और इससे पहले दूसरे दल इस रास्ते से आना-जाना करते रहे हैं। वन विभाग ने हाथियों के लुंड्रा रेंज की ओर जाने की संभावना जताई है। पिछले हफ्ते 30 हाथियों का यह दल उदयपुर, लखनपुर होते हुए अंबिकापुर से छह किमी दूर सुंदरपुर के पास आ धमका था। इससे शहर तक अफरातफरी मच गई थी। तमोर पिंगला सहित रघुनाथनगर, घुई रेंज में विचरण करने वाले इस दल के पहली बार अंबिकापुर की ओर आने से वन विभाग के अधिकारी एवं विशेषज्ञ हैरान थे। हालांकि हाथी किसी को नुकसान पहुंचाए बगैर बिलासपुर एनएच पार कर जगदीशपुर की ओर बढ़ गए। राहत की बात रही कि हाथी रायगढ़ रोड पार कर चेंद्रा, लमगांव होते हुए पुरकेला की ओर चले गए। दूसरे दल के रास्ते को पहचान आगे बढ़े-सूूरजपुर वनमंडल अंतर्गत तमोर पिंगला एवं रघुनाथनगर इलाके में विचरण करने वाले 30 हाथी पहली बार सरगुजा की ओर रुख किए हैं। इसके बावजूद यह दल उन्हीं रास्तों पर आगे बढ़ रहा है जिस पर हाथी का दूसरा दल आता-जाता रहा है। फिलहाल यह दल बतौली व लुंड्रा की सरहद पर डटा हुआ है और इसके लुंड्रा होते हुए वापस प्रतापपुर की ओर जाने की संभावना है।बेलकोटा में गन्ने की फसल को नुकसान-हाथियों का दल मोहनपुर, कालीपुर, मांजा होते हुए बेलकोटा में पहुंचा और यहां लगे गन्ने की फसल पर टूट पड़ा। कई किसानों की गन्ने की फसल को हाथियों ने भारी नुकसान पहुंचाया। हालांकि फसलों के नुकसान के अलावा इस दल ने कोई और क्षति नहीं पहुंचाया है। एक भी घर इस दल ने नहीं तोड़ा है। बयान-हाथियों का दल अपने रास्ते आगे बढ़ रहा है। ग्रामीणों से आग्रह है कि वे इसका रास्ता न रोकें और इसके सामने न आएं। हाथी खुद ब खुद आगे बढ़ जाएंगे। लोगों की सुरक्षा के लिए वनकर्मियों को सतत निगरानी के लिए कहा गया है।अनुराग श्रीवास्तवसीसीएफ सरगुजा
Posted By: Nai Dunia News Network