छत्तीसगढ़

दिवाली में फूटेंगे 40 फीसद ग्रीन पटाखे

Publish Date: | Sat, 30 Oct 2021 02:24 AM (IST)

राजनांदगांव। दिवाली में हर वर्ष पटाखों से होने वाले प्रदूषण को देखते हुए इस बार पटाखा बनाने वाली कंपनियों ने बड़ी मात्रा में ग्रीन पटाखें सप्लाई की है। शुरुआती खरीदी में लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं। यही कारण है कि इस दिवाली 40 फीसद ग्रीन पटाखें फूटने का अनुमान लगाया जा रहा है। बाजार में पटाखों का दुकान सजकर तैयार हो गया है। थोक व चिल्लर में पटाखों की ब्रिकी हो रही है। दुकानों में ग्राहकों की भीड़ जुट रही है। दुकानदारों ने बताया कि पटाखों में बरियम नाइट्रेट के स्तर की जांच कर ग्रीन पटाखों का नया मानक बनाया गया है। ग्रीन पटाखों में 30 से 50 फीसद तक बेरियम नाइट्रेट का इस्तेमाल कम होता है। साथ ही इस बार बाजार में भगवान के नाम वाले पटाखे दिखाई नहीं देंगे।भगवान वाले पटाखों की सप्लाई नहींकंपनियों ने इस बार भगवान वाले पटाखों की सप्लाई नहीं की है। कुछ दुकानदार पुराने स्टाक के भगवान वाले पटाखे रखे हैं। लेकिन प्रशासन ने भगवान वाले पटाखें नहीं बेचने के निर्देश के बाद पटाखे को वापस गोदाम में रख दिया गया है। बाजार में भगवाने के नाम वाले पटाखें दिखाई नहीं देंगे। इसकी वजह कंपनियों द्वारा इसकी सप्लाई नहीं किया जाना है। बजरंगपुर-नवागांव, चिखली, रायपुर नाका में थोक पटाखा दुकान हैं, जहां रोजना बड़ी संख्या में छोटे व्यापारी पटाखें खरीद कर ले जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा पटाखा दुकान लगाने लाइसेंस जारी किया गया है। वहीं जो लोग बिना लाइसेंस के शहर के बीच में पटाखा बेच रहे हैं, उन्हें पटाखा नहीं बेचने की समझाइश दी है। ग्रीन पटाखों से 30 फीसद कम प्रदूषणराष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान(एनईईआरआई भारत सरकार ने पटाखों में इस्तेमाल होने वाले बरियम नाइट्रेट के स्तर की जांच कर ग्रीन पटाखों का नया मानक बनाया है। ग्रीन पटाखों में 30 फीसद से लेकर 90 फीसद तक बरियम नाइट्रेट का इस्तेमाल कम किया है। कुछ पटाखों में इसका बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया। प्रशासन ने पटाखों बेचने वाले व्यापारियों को कोरोना गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करने कहा है। पटाखा बेचने और खरीदने वाले दोनों को मास्क लगाना जरूरी होगा। दुकान पर सैनिटाइजर रखना होगी। शारीरिक दूरी के लिए गोला का मार्क लगाने कहा गया है। पटाखों की कीमत में थोड़ा उछालपर्यावरण को कम प्रदूषित करने वाले पटाखों की मांग है। पटाखों की कीमत में थोड़ा उछाल है। फिर भी अच्छा कारोबार होने की संभावना है। इस बार देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पटाखें नहीं आए हैं।अमन श्रीवास, पटाखा व्यवसायी—व्यापार काफी प्रभावितकोरोना के चलते कुछ सालों से व्यापार काफी प्रभावित रहा है। इस बार काफी उम्मीदें हैं। कंपनियों ने ग्रीन पटाखों की सप्लाई की है। देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पटाखें नहीं बेचेंगे।अब्दुल कादिर खान, पटाखा व्यवसायी

Posted By: Nai Dunia News Network

 

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