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संगठित गिरोह बनाकर किसानों, समितियों को मिलने वाली रकम व लोन की राशि एवं समितियों के लाभांश को गैर वित्तीय एवं गैर बैंकिंग नियमो के तहत समितियो खाता धारको व किसानो के शासकीय रकम को गबन करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बलरामपुर। पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के द्वारा जिले के समस्त थाना/चौकी प्रभारीगण की अपराध समीक्षा बैठक दौरान लंबित अपराधों की विस्तृत समीक्षा करने उपरांत प्रकरणों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी व अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुलिस याकुब मेनन के निर्देशन में पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है।

दिनांक 06/08/2024 को प्रार्थी अरविन्द्र श्रीवास्तव पिता राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव उम्र 54 वर्ष शाखा प्रभारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित अंबिकापुर शाखा बलरामपुर द्वारा थाना रामानुजगंज उपस्थित होकर लिखित आवेदन पत्र पेश कर शिकायत दर्ज कराया कि सहकारिता बैंक शाखा रामानुजगंज में शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत, केशियर विजय कुमार उइके, केशियर राजेश पाल, कम्प्यूटर आपरेटर पंकज विश्वास के द्वारा संगठित गिरोह बनाकर किसानो, समितियों को मिलने वाली रकम व लोन की राशि एवं समितियों के लाभांश को गैर वित्तीय एवं गैर बैंकिंग नियम के तहत समितियो खाता धारको व किसानो के शासकीय रकम को गबन किये है जिस पर थाना रामानुजगंज के द्वारा प्रस्तुत आवेदन पत्र की प्राथमिक जांच पश्चात मामले में थाना रामानुजगंज के द्वारा अपराध क्रमांक 157/2024 धारा 409, 34,120 (बी) भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मिली जानकारी अनुसार घटना के आरोपी पंकज विश्वास पिता प्राण विश्वास उम्र 42 वर्ष निवासी ग्राम केरवाशीला थाना रामानुजगंज जिला बलरामपुर रामानुजगंज छग तत्कालीन कम्पयूटर ऑपरेटर सहकारिता बैंक मर्यादित रामानुजगंज जिला बलरामपुर रामानुजगंज छग के द्वारा एक संगठित आर्थिक गिरोह बनाकर अपने बैंक कार्यालय के अन्य सहकर्मियों जिसमें शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत, राजेश पाल, विजय उड्के व पंकज विश्वास का भाई मनोज विश्वास को शामिल कर अपने पदीय प्रभाव बैंकिंग नियम का दुरुपयोग करते हुये किसानो, समितियों व खातो धारको को मिलने वाली कृषि कार्य हेतु आर्थिक मदद/लोन की राशि जिससे किसान समितियो के माध्यम से ऋण प्राप्त कर कृषि कार्य करते है उपरोक्त राशि को गबन किया था।

रामानुजगंज पुलिस के द्वारा संपूर्ण प्रकरण के जांच क्रम में विभिन्न बैंको से प्राप्त जानकारी आरोपियों के खातो से रकम का आहरण एवं समायोजन व अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्यों के आधार पर प्रकरण के दो आरोपी विजय उइके, राजेश पाल व शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत को गिरफ्तार किया गया था प्रकरण के घटना दिनांक के बाद से फरार आरोपी पंकज विश्वास जो शासकीय धन राशि गबन के मामले में पूर्ण रूप से संनलिप्ता था जो अपराध कायमी के बाद से लगातार फरार चल रहा था जिसकी तलाश रामानुजगंज पुलिस द्वारा अनवरत की जा रही थी। जानकारी के अनुसार कम्पयूटर ऑपरेटर पंकज विश्वास अपने अन्य साथियो के साथ मिलकर शासकीय राशि का गबन किया गया था, पंकज विश्वास घटना दिनांक से लगभग 5 महिनो से फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी हेतु उसके छिपने के विभिन्न स्थानों पर पुलिस टीम गठित कर लगातार पतासाजी की जा रही थी। थाना रामानुजगंज पुलिस के विश्वस्त मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि पंकज विश्वास जिला सरगुजा अंबिकापुर क्षेत्र में देखा गया है।

मुखबिर की सूचना पर रामानुजगंज पुलिस टीम के द्वारा अंबिकापुर से पंकज विश्वास को हिरासत में लेकर थाना रामानुजगंज लाकर करोड़ो रूपये के किये गबन के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर मेमोरण्डम कथन लिया गया। पूछताछ में आरोपी पंकज विश्वास ने स्वीकार किया मेरे व मेरे साथियों के द्वारा संगठित गिरोह बनाकर स्वयं से फर्जी समितियों का प्रस्ताव चेक बुक व जमा निकासी पर्ची के माध्यम से अधोहस्ताक्षरण कर शासकीय राशि का आहरण व समायोजन कर गबन करना स्वीकार करने पर घटना का आरोपी पंकज विश्वास पिता प्राण विश्वास उम्र 42 वर्ष निवासी ग्राम केरवाशीला थाना रामानुजगंज जिला बलरामपुर -रामानुजगंज छ0ग०। तत्कालीन कम्पयूटर ऑपरेटर सहकारिता बैंक मर्यादित रामानुजगंज जिला बलरामपुर रामानुजगंज छ0ग) को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर घटना में शामिल रहना स्वीकार करने पर आरोपी को कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुये विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जिला जेल रामानुजगंज में दाखिला कराया गया है। उपरोक्त अपराध क्रमांक 157/2024 धारा 409,34,120 (बी) भादवि गिरफ्तार आरोपी में 1. पंकज विश्वास पिता प्राण विश्वास उम्र 42 वर्ष निवासी ग्राम केरवाशीला थाना रामानुजगंज जिला बलरामपुर, रामानुजगंज छग बताया गया।

उपरोक्त कार्यवाही में थाना रामानुजगंज से थाना प्रभारी निरीक्षक रमाकांत तिवारी, उप निरीक्षक गजपति मिरे, प्र. आर. मायापति सिंह, विकास कुजूर, महामाया शर्मा, आरक्षक जगमोहन तिकीं, संदीप जगत, सूरज सिंह,नागेश्वर पोर्ते का महत्तपूर्ण योगदान रहा।

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