छत्तीसगढ़

प्रदेश की महिला उद्यमियॉ देश में बना सकती हैं अपनी पहचान, टीम बनाकर करें कार्य: कलेक्टर डॉ.गौरव सिंह

रायपुर। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में जो महिला उद्यमियॉ एकत्रित हुए हैं उनमें हर एक में अलग-अलग प्रकार की प्रतिभा है। जरूरत है तो बस उन्हें दिशा देने की। उन्होंने आह्वान किया कि आप सारी महिला उद्यमी आपस में जुड़कर एक समूह बनाएं और एक ठोस प्रयास करें। इनमें से एक कोई उत्पाद बनाएंगे तो एक कोई दूसरे की मार्केटिंग करें, एक चैन बनाकर अपनी सपनों को दिशा देंगे। कलेक्टर ने शी-हब के कार्यक्रम में महिला उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान उद्योग नीति की सराहना करते हुए कहा कि आप सभी उद्यमी इसका अध्ययन करें इसमें उद्योगों को बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इसका लाभ ले आप चाहे तो जिला प्रशासन उन्हें हर संभव मदद करेगा। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ की महिला शक्तियां अपनी प्रतिभा के दम पर देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में अपना लोहा मनवाएंगी।कार्यक्रम की महिला उद्यमियों ने उत्साह के साथ अपने-अपने कार्य के बारे में बताया। किसी ने कहा कि वह इंटीरियर डेकोरेशन के लिए पेंटिग समेत अन्य साज-सज्जा की आपूर्ति करती हैं, इससे महिला कलाकारों को भी मदद मिलती है। किसी ने बताया कि वह महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए रीयूजिबल सेनेटरी बनाती है, तो किसी ने आर्टिफिशियल ज्वेलरी मेकिंग के बारे में बताया।कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश में कला की अतुलनीय प्रतिभा है। यहां पर प्राकृतिक संसाधन भी है, जिनपर आधारित कुछ स्थानीय महिला उद्यमी उत्पाद बनाती है। ऐसे उत्पाद की ब्राडिंग और मार्केटिंग की आवश्यकता है। यह ऐसे समुूहों से आप जुड़े और बाजार उपलब्ध कराएं।उल्लेखनीय है कि शी-हब जिला प्रशासन का महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम है। इसमें मयत्री स्कूल ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप सहयोग कर रही है। प्रदेशभर से अलग-अलग क्षेत्र में कार्यरत तक़रीबन 30 महिला उद्यमियों का चयन किया गया। बैठक में रायपुर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा एवं रायपुर ज़िला पंचायत सीईओ विश्वदीप सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।

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