
भारत के दक्षिणी हिस्से की आखिरी लोकसभा सीट कन्याकुमारी है। ईसाई बहुल इस सीट में मां कन्याकुमारी का प्रसिद्ध मंदिर और विवेकानंद रॉक मेमोरियल है, जो समंदर में बना हुआ है। यूं तो समंदर की वजह से यहां हमेशा उमस और गर्मी बनी रहती है, लेकिन इन दिनों चुनावी टेम्प्रेचर भी हाई है। पूरे तमिलनाडु में कन्याकुमारी ही इकलौती लोकसभा सीट है, जहां BJP दो बार चुनाव जीत चुकी है।
खास बात ये है कि दोनों ही बार BJP यहां पी. राधाकृष्णन के चेहरे पर जीती। वे पहली बार जीते तो वाजपेयी सरकार में मंत्री बने, दूसरी बार जीते तो मोदी सरकार में मंत्री बने। 2019 के चुनाव में BJP ये सीट हार गई। राधाकृष्णन एक बार फिर कैंडिडेट हैं। उनके सामने कांग्रेस के विजय वसंत हैं, जो 2021 के उपचुनाव में राधाकृष्णन को हरा चुके हैं।