
भाजपा ने रविवार को लोकसभा चुनावों के लिए अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया। पार्टी ने संकल्प पत्र जारी करने के लिए ऐसा समय चुना था, जिससे वह एक साथ कई वर्गों को अपना संदेश दे सके। पार्टी का संकल्प पत्र नवरात्र में बाबा साहब अंबेडकर के जन्मदिन पर जारी किया गया। इसके माध्यम से भाजपा ने हिंदू मतदाताओं के साथ-साथ संविधान को लेकर विपक्ष के द्वारा की जा रही आलोचनाओं का जवाब भी देने की कोशिश की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह संकल्प पत्र को जारी करने के समय नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी का दिन होने की बात कही और इस बात का विशेष तौर पर उल्लेख किया कि कात्यायनी देवी के दोनों हाथों में कमल होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि तीसरी बार सत्ता में आते ही संकल्प पत्र के मुद्दों को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, विपक्ष ने इसे भाजपा सरकार की केंद्र से विदाई का घोषणा पत्र कहा है, जो जनता को कुछ नया देने का वादा करने में विफल रहा है।