
नई दिल्ली. अंतरिम बजट पेश करने के एक दिन बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने नेटवर्क 18 को अपना पहला एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है. नेटवर्क 18 के एडिटर इन चीफ राहुल जोशी के साथ खास बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा कि जहां तक ब्याज दरों की बात है, तो यह फैसला आरबीआई का होता है. रिजर्व बैंक ने हमेशा ग्रोथ रेट का ख्याल रखा है. मुझे लगता है कि आरबीआई की कोशिश आगे भी उम्मीदों को ध्यान में रखने की होगी.
‘महंगाई को काबू में रखने की हमारी कोशिश’
वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई को काबू में रखने की हमारी कोशिश जारी है. इसके लिए कोई डेडलाइन नहीं है. यह हमेशा जारी रहेगा. एमपीसी इस मामले में काफी हद तक सफल रही है. ऐसा नहीं होता, तो हम पॉलिसी रेट के करीब पहुंच गए होते.
‘कीमतों को नियंत्रण में रखने में ट्रेडर्स का भी रोल’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कीमतों को नियंत्रण में रखने में ट्रेडर्स का भी रोल है. सूख और ज्यादा बारिश से सीजनल सब्जियों की सप्लाई पर असर पड़ सकता है. अगर अचानक कोई एक फसल खराब हो जाती है तो अंतिम समय में हम कुछ नहीं कर सकते.
‘नए डीमैट अकाउंट खुल रहे हैं’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नए डीमैट अकाउंट खुल रहे हैं. जहां तक रूरल इकोनॉमी की बात है, तो मैं यह मानती हूं कि एफएमसीजी कंपनियां बता रही हैं कि प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल रूरल एरियाज में उतना नहीं हो रहा है, जितना पहले हो रहा था.
‘डायरेक्ट टैक्स रिफॉर्म्स लोगों के लिए’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि डायरेक्ट टैक्स रिफॉर्म्स लोगों के लिए है. हम चाहते हैं कि इसके जरिए टैक्सपेयर्स के लिए चीजें आसान बनाई जाए. जहां तक महंगाई का सवाल है, तो हमें दलहन का आयात करना पड़ता है. जब आप आयात पर निर्भर होते हैं, तो कीमतें आप तय नहीं कर सकते.