
दुर्ग। ज्ञात हो जिले भर में इन दिनों डी जे की तेज धमक की आवाज में शहरों, मुहल्लो घरों के पास से एवं सड़कों पर से वाहनों पर डी जे लगाकर तेज धमक की आवाज में कार्यक्रम निपटाए जा रहे है। जिससे की आमजनों के बीच बच्चे, बूढ़े और बीमार, कमजोर दिल के महिला पुरुष और नौकरी पेशा लोग रहते है। उनके बीच से वाहनों पर डी जे की तेज धमक की बजती आवाज, घरों दीवारों एवं बच्चे, बच्चे, बूढ़े और बीमार, कमजोर दिल के महिला पुरुष और नौकरी पेशा लोग को दिल, धड़कन, और घर, दीवारों को कंपन्न एवं कंपित कर हिला देने वाली डी जे की धमक धमक ध्वनि की आवाज से ब्रेन स्ट्रोक, हार्डअटैक जैसी घटनाएं घट रही है। पर पीड़ित व्यक्ति किसे कहे, कैसे उन डीजे बजाने वाले आयोजक कर्ता को रोके, मना कराए। डीजे तेज बजती कंपन करने वाली आवाजों से प्रभावित नुकसान उठाए घर परिवार में डीजे की तेज आवाज में वाहनों को गुजरने से रोकवाए। पीड़ित व्यक्ति एवं परिवार यह सोच कर रह जाता है कि डीजे बजाने वाले को मन करने पर डीजे की तेज धमक मौज मस्ती में सराबोर होकर गुजरने वाले लोगो से विवाद झगड़े ना हो जाए। शायद इन सारी स्थिति को संज्ञान मे लेकर आंकलन करते हुए दिनांक 29 सितंबर 2023 को पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ सिन्हा के निर्देशन में जिले भर के डीजे संचालकों की मीटिंग कंट्रोल रूम में ली गई थी।

जिसमें माननीय उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन हेतु बताया गया था। जिसके बाद डीजे संचालकों के द्वारा तय मानकों से ज्यादा एवं देर रात्रि अत्यंत तीव्र आवाज में डीजे का संचालन करते हुए पाए जाने पर एवं शासन प्रशासन के दिए गए निर्देशों व माननीय न्यायालय के आदेशों के पालन न करने एवं अपनी मनमानी करते पाए जाने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय कुमार ध्रुव के मार्गदर्शन में जिला दुर्ग शहर के समस्त राजपत्रित अधिकारीयों एवं थाना प्रभारियों के द्वारा कार्यवाही करते हुए 15 से अधिक डीजे जप्त कर कोलाहल अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। यह कार्यवाही लगातार तीन दिवस से चल रही है जिसमे डीजे संचालकों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। उक्त करवाही को उपयुक्त बताते हुए जिले वासियो ने पुलिस प्रशासन के प्रति आभार एवं कृघ्नता जाहिर की है।


