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मलकीत सिंह की नृशन्स हत्या पर सिक्ख समाज के साथ दुर्ग भिलाई की जनता अभी बंद का आह्वान किया है, लेकिन आम जनता की नब्ज टटोलने पर मालूम हो रहा है कि अब इस घटना के विरोध प्रदर्शन आंदोलन का स्वरूप लेने वाली है।

दुर्ग। खुर्सीपार में मलकीत सिंह की नृशंस हत्या के विरोध में छत्तीसगढ़ सिक्ख समाज द्वारा दुर्ग-भिलाई बंद को भारतीय जनता पार्टी दुर्ग जिला संगठन ने अपना समर्थन दिया है। बताया जाता है की मानवीय मूल्यों को दरकिनार कर मलकीत सिंह की नृशंस हत्या अपराधी तत्वों द्वारा संयुक्त मारपीट से की गई। वह एकाएक घटना नही हो सकती। निश्चित ही शहर में अपराध की प्रवृति में इजाफा हुआ है। शहर में जुआ, सट्टा, शराब, नशे की गोली खाकर युवाओं का अपराध की तरफ जाना छत्तीसगढ़ के शांत वातावरण को अशांति और दूषित वातावरण की ओर ले जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के हित में जमीनी स्तर से तरह तरह की विकास की योजना संचालित किए हुए है। पर जिले में, क्षेत्र में हत्या, मारपीट, शराब, सट्टा, गांजा, जूआ, नशे की गोली और चिकित्सालय में डाक्टरों से मरीजों के ईलाज के नाम पर हो रही लूट से अब बदनाम होने लगी है। कुछ क्षेत्रों में सट्टा भी इस तरह वर्ग विशेष के लोगो द्वारा खिलाया जा रहा है, जैसे उसके बाप की जागीर कांग्रेस सरकार हो या सरकार में बैठे मंत्री उनके रहनुमा हो। भिलाई छावनी में मछली मार्केट के पीछे खुलेआम सट्टा चल रहा है। पुलिस बंद कराने में नाकाम रही है। किसका वरदस्त उन सटोरिया को है, किस पुलिस प्रशासन का वर्दस्त उन्हे हासिल है। गलत काम से पैसे हासिल करने वालो का हौसला बुलंद हैं। क्या पुलिस प्रशासन सो रही है, उन लोगो के खिलाफ कोई दो शब्द लिख दे, बोल दे। तो उनके गुर्गे भी मारपीट और हत्या करने पर आमादा हो जाएंगे। पुलिस स्वयं अपराध को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है। और बदनाम सरकारें होती है। ज्ञात हो विगत कुछ माह पहले उतई की घटना! एक सट्टा चलाने वाले ने पुलिस से ही हांथपाई कर दिया था। क्यों? क्योंकि पुलिस ही अपराध को संरक्षण और बढ़ावा दे रहे हैं, तो अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा ही। जिले में कानून का कोई डर और पालन नहीं है। सब पैसे कमाने पर मशगूल है। सड़को पर देखो ध्वनि प्रदूषण युक्त कर्कश वाहन , नव शिकवे युवा लड़के के कर्कश, फड़फड़ आवाज में सड़को पर कटिंग मारते हुए तेज रफ्तार में दौडाते वाहन, उन्हें अपनी चिंता तो नहीं बल्कि दूसरे जो सुरक्षित रूप से वाहन चलाते हैं उन्हें दुर्घटना की आशंका बन रहती है। माल वाहक वजनी हैवी लोडिंग ट्रक, लॉरी वाहन का निर्धारित समय ट्रैफिक रूल के अनुसार रात्रि में चलना है लेकिन वह सुबह-शाम दिन दोपहरी में चलते रहते हैं जिससे सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं एवं आम जनता मौत के शिकार हो रहे हैं। त्योहार एवं शादी, पार्टियों में डीजे की हैवी फ्रिकवेंसी साउंड से गली मोहल्ले में बजाते हुए आयोजनकर्ता की टीम का गुजरना कई बूढ़े बुजुर्ग बीपी शुगर के वृद्ध बुजुर्ग लोगो के मौत का कारण बनता रहा है। प्रशासन को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है। देश में हो राज्य के जिले में शहर में हो या मुहल्ले गांव में। कोई व्यक्ति युवा अगर अपनी अभिव्यक्ति जाहिर करे तो कोई वर्ग विशेष के युवा उसे इस कदर अमानवीय एवं मार्मिक रूप से मारपीट कर अधमरा कर देगा। यह तो घोर अन्याय और अपराध है। यदि येसी घटना घटित होने लगे तो निश्चित ही पक्ष के लोग तो क्या विपक्ष के लोग भी घटना का विरोध करेंगे। खुर्सीपार में इस तरह की घटना होना बहुत ही बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है। शासन और सत्ता के विपक्ष में बैठी राजनीतिक संगठन ऐसी घटनाएं पर तो चुप बैठने वाली नही है। उन्हें मुद्दे चाहिए? और मानवीय मूल्यों को दरकिनार कर इंसान और इंसानियत को लबरेज कर कोई इस कदर घटना को अंजाम दे तो निश्चित ही जनता बोलेगी। नृशन्स हत्या पर सिक्ख समाज के साथ दुर्ग भिलाई की जनता अभी बंद का आह्वान किया है, लेकिन आम जनता की नब्ज टटोलने पर मालूम हो रहा है कि अब इस घटना के विरोध प्रदर्शन आंदोलन का स्वरूप लेने वाली है। बरहाल जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि जिस प्रकार मोबाइल पर गदर-2 मूवी देख रहे मलकीत सिंह को किसी सीन पर अपना रिएक्शन देने पर नृशन्स हत्या की है। यह एक घोर निंदनीय घटना है। इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। इस घटना के पीछे नशाखोरी और असहिष्णुता एक अहम पहलू है। जब सरकार के गृह मंत्री के जिले में ही नशाखोरी और अपराध चरमसीमा पर है, तो पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत क्या होगी, यह समझा जा सकता है।जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने आव्हान करते हुए कहा कि मलकीत सिंह की नृशन्स हत्या पर सिख पंचायत द्वारा आहूत दुर्ग भिलाई बंद को भारतीय जनता पार्टी दुर्ग जिला संगठन समर्थन देता है और सभी व्यापारियों सहित आमजनों से अपील करता है मलकीत सिंह को न्याय दिलाने के लिए अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर घटना के विरोध में अपना आक्रोश प्रकट करे।

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