रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरू को सर्वाेच्च स्थान दिया गया है। आषाढ़ पूर्णिमा के दिन भारत में गुरु पूर्णिमा मनाने की परम्परा रही है। इस दिन गुरुओं के अमूल्य ज्ञान और मार्गदर्शन के प्रति सम्मान और आभार प्रकट किया जाता है। गुरु जीवन में अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर ज्ञान की रोशनी लेकर आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुओं द्वारा दी गई अमूल्य शिक्षा को जीवन में आत्मसात कर हमें आगे बढ़ना चाहिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में सिरपुर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सतीश जग्गी ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री को श्री जग्गी ने बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा से हुई उनकी मुलाकात के संबंध में जानकारी दी। श्री जग्गी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में दलाई लामा से पिछले दिनों हुई भेंट के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल की बौद्ध विरासत सिरपुर को विकसित करने के साथ वर्ल्ड हेरिटेज में स्थापित करने की मंशा से दलाई लामा को अवगत कराया और मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित गुरूग्राम सिरपुर में 6 से 9 सितंबर 2023 को आयोजित होने वाले वर्ल्ड बुद्धिस्ट मीटिंग में शामिल होने का आमंत्रण पत्र उन्हें सौंपा है।
श्री जग्गी ने इस मौके पर दलाईलामा को छत्तीसगढ़ राज्य का राज्यकीय गमछा और स्मृति चिन्ह सहसम्मान भेंट किया। मुख्यमंत्री को उन्होंने बताया कि दलाई लामा ने छत्तीसगढ़ में बौद्ध धर्म से जुड़ी विरासत को सहेजने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किये जा रहे प्रयासों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और आशीर्वाद स्वरूप बौद्ध धर्म का पारंपरिक गमछा और उनका छायाचित्र मुख्यमंत्री श्री बघेल के लिए भेंटस्वरूप भेजा है।